Anupam Kher Biography in Hindi | अनुपम खेर का जीवन परिचय
Anupam Kher Biography in Hindi | अनुपम खेर एक भारतीय एक्टर है। खेर को पाँच बार कॉमिक रोल के लिये बेस्ट परफॉरमेंस के लिये पाँच फिल्मफेयर अवार्ड मिल चुके है। एक्टर होने के साथ-साथ वे सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन एंड नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा, इंडिया के चेयरमैन भी है।
Anupam Kher Biography in Hindi | अनुपम खेर का जीवन परिचय
- वास्तविक नाम अनुपम खेर
- जन्म 7 मार्च 1955
- जन्मस्थान शिमला, हिमाचल प्रदेश
- पिता पुष्कर खेर (फारेस्ट डिपार्टमेंट में क्लर्क)
- माता दुलारी खेर
- पत्नी किरन खेर
- पुत्र सिकंदर खेर
- व्यवसाय अभिनेता, निर्माता, निर्देशक
- पुरस्कार पद्म श्री, पद्म भूषण
- नागरिकता भारतीय
अभिनेता अनुपम खेर (Anupam Kher Biography in Hindi)
Anupam Kher Biography in Hindi | अनुपम खेर एक भारतीय एक्टर है। खेर को पाँच बार कॉमिक रोल के लिये बेस्ट परफॉरमेंस के लिये पाँच फिल्मफेयर अवार्ड मिल चुके है। एक्टर होने के साथ-साथ वे सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन एंड नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा, इंडिया के चेयरमैन भी है। हिंदी सिनेमा और कला के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिये भारत सरकार ने सन 2004 में उन्हें "पद्म श्री" और 2016 में उन्हें "पद्म भुषण" से सम्मानित किया था।
अनुपम खेर का प्रारंभिक जीवन (Anupam Kher Early Life)
अनुपम खेर का जन्म 7 मार्च, 1955 को शिमला, हिमाचल प्रदेश, भारत में हुआ था। उनके पिता का नाम पुष्करनाथ खेर जो कि वन विभाग में क्लर्क थे। तथा उनकी माता का नाम दुलारी खेर है। उनके छोटे भाई का नाम राजू खेर है। जो कि अभिनेता है।
शिक्षा (Anupam Kher Education)
उन्होंने शिमला की डी.ए.वी. स्कूल से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की। इन्होने पंजाब यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन की, नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से अनुपम ने अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की, इसके अलावा और इन्होने थिएटर और ड्रामा में भी ग्रेजुएशन किया है।
अनुपम खेर का निजी जीवन (Anupam Kher Married Life)
उनकी पहली पत्नी का नाम मधुमालती तथा इसके बाद 1985 में उन्होने किरण खेर से विवाह किया। उनके बेटे का नाम सिकंदर खेर है।
अनुपम खेर फिल्मी करियर (Anupam Kher Filmy Career)
उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत 1982 में आयी फिल्म "आगमन" से हिंदी फिल्म जगत में प्रवेश किया था। इसके बाद 1984 में उन्होंने "सारांश" फिल्म की, जिसमे 28 साल के खेर ने एक सामान्य वर्ग के महाराष्ट्रियन का किरदार निभाया था जिसने अपने बेटे को खो दिया हो। लेकिन कुछ फिल्मो में उन्होंने विलन की भूमिका भी अदा की है, उन फिल्मो में "डॉ. दंग इन कर्मा" (1986) शामिल है।
1989 में "डैडी" उनके रोल के लिये उन्हें बेस्ट परफॉरमेंस का फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवार्ड भी मिला था। 2002 में आयी फिल्म ओम जय जगदीश को डायरेक्ट किया, और प्रोड्यूसर बने। उन्होंने इसके बाद उन्होंने "मैंने गांधी को नही मारा" (2005) प्रोड्यूस की और उसमे वे खुद ही एक्टर बने।
उन्होंने शाहरुख खान के साथ मिलकर बहुत सी फिल्मे की है, जिनमे वे शाहरुख़ के सह-कलाकार दिखे जैसे की "डर" (1993) "दिलवाले दुल्हनियाँ ले जायेंगे" (1995) "चाहत" (1996) "कुछ कुछ होता है" (1998) "मोहब्बते" (2000) "वीर-ज़रा" (2004) और "हैप्पी न्यू इयर" (2014) शामिल है।
2007 में अनुपम खेर अपने साथियों एनएसडी, सतीश कौशिक जैसी फिल्मे की, दोनों ने मिलकर करोल बाग़ प्रोडक्शन की स्थापना की, और उनकी पहले फिल्म तेरे संग थी, जिसे सतीश कौशिक ने ही डायरेक्ट किया था। 2009 में खेर ने कार्ल फ्रेडरिक्क्सन को डिज्नी पिक्सर 3डी एनीमेशन फिल्म के लिये अपना आवाज़ भी दिया था।
2010 में उनको प्रथम शिक्षा फाउंडेशन के सद्भावना राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया, जो भारत में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने का प्रयास करती है। 2011 में उन्होंने मोहनलाल और जयाप्रदा के साथ मिलकर मलयालम भाषा में रोमांटिक ड्रामा प्राणायाम शुरू किया। 2016 में अनुपम खेर ने ABP न्यूज़ की डॉक्युमेंट्री टीवी सीरीज भारत वर्ष की, जिसमे प्राचीन भारत से लेकर अब तक की यात्रा को दिखाया गया था।
उन्होंने बहुत से मराठी फिल्मे भी की है जिनमें मुख्य रूप से तुझा थोडा माझा, कशाला उद्याची बात और मलयालम भाह्सा की रोमांटिक ड्रामा फिल्मे भी शामिल है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेर ने "बेककहम" (2002), "ब्राइड एंड प्रेज्यूडिस" (2004), "स्पीडी सिंह" (2011) जैसी सुपरहिट फिल्मे की है।
अनुपम खेर से जुड़े विवाद (Anupam Kher Controversy)
2016 में, पद्मा पुरस्कार विजेताओं की सूची में अपना नाम देखने के बाद अनुपम खेर और कादर खान के मध्य काफी कहासुनी हुई। खान ने उद्धृत करते हुए कहा, "अनुपम खेर ने पद्म भूषण प्राप्त करने के लिए क्या किया है?।
पुरस्कार और सम्मान (Anupam Kher The Honors)
- 1985 में उन्हे फिल्म सारांश के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से नवाजा गया।
- 1996 में सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे के लिए मिला
- 1993 में फिल्म खेल फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया।
- 1994 में उन्हे फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार फिल्म डर के लिए नवाजा गया।
- उन्हें फिल्म 'डैडी' और 'मैंने गांधी को नहीं मारा' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका हैा
- 2004 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
- 2016 में उन्हे पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है।