Dalai Lama Biography in Hindi | दलाई लामा का जीवन परिचय
Dalai Lama Biography in Hindi | दलाई लामा अपना लगातार योगदान देने वाले आज पूरे विश्व के लिए बड़ा उदाहरण है। शांति के लिए दलाई लामा ने कई ऐसे सराहनीय काम किये, तिब्बत के 14 वें धर्मगुरु हैं। इनका पूरा नाम ल्हामो घोड्ख और दलाई लामा के नाम से विश्व में विख्यात हैं।
Dalai Lama Biography in Hindi | दलाई लामा का जीवन परिचय
- पूरा नाम तेनजिन ग्यात्सो दलाई लामा
- जन्म 6 जूलाई 1935
- जन्मस्थान तिब्बत
- पिता चोक्योंग त्सेरिंग
- माता डिकी टेरसिंग
- शिक्षा PhD
- व्यवसाय राजनेता, आध्यात्मिक गुरु
- पुरस्कार नोबेल शांति पुरस्कार
- नागरिकता/राष्ट्रीयता चीन
आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा (Dalai Lama Biography in Hindi)
Dalai Lama Biography in Hindi | दलाई लामा अपना लगातार योगदान देने वाले आज पूरे विश्व के लिए बड़ा उदाहरण है। शांति के लिए दलाई लामा ने कई ऐसे सराहनीय काम किये, तिब्बत के 14 वें धर्मगुरु हैं। इनका पूरा नाम ल्हामो घोड्ख और दलाई लामा के नाम से विश्व में विख्यात हैं। दलाई लामा तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु और वर्तमान में तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष हैं। उनको पुरे विश्व भर में Man of Peace यानी की दुनिया भर में शांति फैलाने वाले व्यक्ति के रूप में जाना जाता है। तेनजिन ग्यास्तो, दलाई लामा के पद पर सबसे ज्यादा दिन तक रहने वाले एक मात्र हैं बुद्ध अनुनायी हैं।
प्रारंभिक जीवन (Dalai Lama Early Life)
दलाई लामा का जन्म 6 जुलाई, 1935 को तिब्बत के एक छोटे से गांव तक्त्सेर में एक किसान परिवार में हुआ था। इनके पिता का नाम चोक्योंग त्सेरिंग और माता का नाम डिकी त्सेरिंग था। उन्हें बचपन में ल्हामो धोण्डुप कहकर पुकारा जाता था।
शिक्षा (Dalai Lama Education)
दलाई लामा ने अपनी शिक्षा की शुरुआत 6 वर्ष की आयु में की उन्होंने संस्कृत, औषधि, बौद्ध तत्वज्ञान, तर्कशास्त्र और तिब्बत की कला और संस्कृति समेत संगीत, ज्योतिष विज्ञान, और संगीत की भी शिक्षा ली थी। 1959 में 23 वर्ष की उम्र में मोनलम, जोखांग मंदिर ल्हासा में फाइनल परीक्षा दी और बौद्द धर्म में PhD हासिल की।
दलाई लामा का जीवन (Dalai Lama Life)
बौद्ध धर्म की शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्हें लामा के साथ ही लामपर्रा की डिग्री भी प्राप्त की। यह तिब्बत में सबसे बड़ी डिग्री होती है। दलाई लामा महात्मा गांधी और बुद्ध को अपने जीवन की प्रेरणा मानते है वो उनको अपने आदर्श के रूप में देखते है।
उन्हें अब तक 60 से अधिक डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की हुई है अब तक वो 50 से अधिक पुस्तकें लिख चुके है। चीन के साथ शांति वार्ता भी उनके करियर का एक हिस्सा थी, जिसके लिए उन्हें नोबेल का शांति पुरस्कार दिया गया।
दलाई नें 1987 में वासिंगन डी सी में अपने वक्तब्य में परमाणु शक्ति की दौड़ की निंदा करते हुए इसे चिंता जनक बताया। इस बात पर सब ने उनकी अहिंसात्मक सोच की तारीफ की। Dalai Lama Biography in Hindi
1950 में उन्हें पूरी तरह से सता ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया गया था। 1963 में दलाई लामा ने तिब्बत में लोकतान्त्रिक सविंधान की रूप रेखा को तैयार किये, फिर उसमे 1990 में कुछ सुधार कर स्वीकार कर लिया गया। 1992 में तिब्बत लोकतान्त्रिक घोषित हो गया।
दुनिया के अधिकांश देशों के दौरे में अपने अध्यात्मिक वक्तव्य के लिए उन्हें जाना जाता है। इसके साथ ही उनका मिलन सार स्वभाव भी लोगों को उनके तरफ आकर्षित करता है। 29 सितम्बर 1987 को उन्होंने अमेरिका की संसद जिसको अमेरिकी कांग्रेस कहा जाता है में अपने पांच सूत्रीय शांति निति को रखा।
सामाजिक कार्य (Dalai Lama social work)
दलाई लामा के रूप में तिब्बत की राजनीतिक सत्ता के प्रमुख बने। इसी वर्ष चीन ने तिब्बत पर आक्रमण कर दिया, जिसके बाद दलाई लामा अपने हजारों अनुयायियों के साथ भारत में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला आ गया। यहां उन्होंने तिब्बत की निर्वासित सरकार की स्थापना की, इसके बाद से दलाई लामा ने तिब्बत की स्वायत्तता के लिए अनेक प्रयास किए हैं।
हालांकि चीन की सरकार ने निर्वासित तिब्बत सरकार के साथ समझौता करने की कोई मंशा आज तक प्रकट नहीं की है। वे भारत में धर्मशाला स्थित तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख हैं। तिब्बती लोग उन्हें पूर्व के दलाई लामाओं का अवतार मानते हैं। दलाई लामा अपने मानवतावादी कार्यों के लिए भी जाने जाते हैं।
दलाई लामा के विवादों (Dalai Lama Controversy)
पीपुल्स दैनिक द्वारा दलाई लामा पर आरोप लगाया गया कि वो तिब्बत बौद्ध और चीन के बौद्ध धर्म के साथ धोखा कर रहे है। 2008 में दलाई लामा ने पहली बार 1914 के शिमला समझौते का हवाला देते हुए कहा कि दक्षिण तिब्बत अरुणाचल प्रदेश का एक भाग है, जो बहुत ही ज्यादा विवादित रहा। चीन हमेशा से ही दलाई लामा के भारत आने के विरोध में बोलता रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ उनकी बैठक भी बहुत विवादित रही।
दलाई लामा के अनमोल वचन (Dalai Lama Quotes)
- सिर्फ ह्रदय परिवर्तन द्वारा ही विश्व में वास्तविक परिवर्तन लाया जा सकता है।
- क्रोध और नफरत कमजोरी के संकेत हैं, जबकि दया-करुणा शक्ति का एक निश्चित संकेत हैं।
- वास्तविक और सच्चा नायक वही होता है, जो कि अपने गुस्से और नफरत पर विजय प्राप्त कर लेता है।
- इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है, कि आप कितने शिक्षित और अमीर हैं, जब तक कि आपके मन में शांति नहीं है, तब तक आप खुश नहीं रह सकते हैं।
- सफलता का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है, कि आपको किसी दूसरे से बेहतर बनना है, जबकि सफलता का मतलब यह है कि जो अभी आप हैं, उससे बेहतर बनना।
- आशावादी बने रहने का रास्ता चुने इससे अच्छा महसूस होता हैं।
- नियमों को अच्छी तरह से जानना चाहिए ताकि जब जरूरत पड़े तो आप उसे प्रभावी ढंग से तोड़ सके।
पुरस्कार और सन्मान (Dalai Lama The Honors)
- 1959 में दलाई लामा को सामुदायिक नेतृत्व के लिए 'रमन मैग्सेसे पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- 1989 में धर्म गुरु दलाई लामा को 'नोबल शांति पुरस्कार' से नवाजा गया।
- 1994 में दलाई लामा को 'विश्व सुरक्षा वार्षिक शांति पुरस्कार' से नवाजा गया।
- 2003 में दलाई लामा को 'इंटरनेशनल लीग फॉर ह्यूमन राइट्स अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया।
- 2009 में विश्व में शांति का प्रचार-प्रसार करने वाले दलाई लामा को 'लैंटोस मानवाधिकार पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था।
- 2010 में दलाई लामा को 'इंटर नेशनल फ्रीडम कंडक्टर अवार्ड' से नवाजा गया।
- 2010 में दलाई लामा को 'टेंपलटन पुरस्कार' से नवाजा गया।