Smriti Irani Biography In Hindi | स्मृति ईरानी की जीवनी हिंदी में
Smriti Irani Biography In Hindi | स्मृति ईरानी का जन्म 23 मार्च, 1976 को दिल्ली में हुआ था |इनका सम्बन्ध पंजाबी-बंगाली पृष्ठभूमि है। इनका पूरा नाम स्मृति ज़ुबिन ईरानी है | ये वर्ष 1998 में 'फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता' के फ़ाइनल में पहुंची थीं।
Smriti Irani Biography In हिंदी
- वास्तविक नाम – स्मृति ज़ुबिन ईरानी
- वर्तमान नाम – स्मृति ईरानी
- उपनाम – भारतीय बहू
- प्रोफेशन – भारतीय राजनेता, पूर्व मॉडल, टेलीविजन अभिनेत्री और निर्माता
- जन्म – 23 मार्च 1976
- जन्म स्थान – दिल्ली, भारत
- गृहनगर – मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
- लम्बाई (Height) – 170 Cm
- वजन (Weight) -90 Kg
- पिता का नाम – अजय कुमार मल्होत्रा
- माता का नाम – शिबानी बगची
- पति – जुबिन ईरानी (Zubin Irani)
- संतान – 3
- कुल सम्पति – Rs 4.71 Cr.
- Smriti Irani Age – 44 Years (2020)
- फिल्म अभिनेत्री के रूप में डेब्यू – मालिक एक (हिंदी, 2010)
- टीवी डेब्यू – आतिश और हम हैं कल आज और कल (हिंदी, 2000)
- राजनीति में एंट्री – वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल
- फेमस टीवी सीरियल – क्योंकि सास भी कभी बहू थी (2000-08)
- शौक/अभिरुचि – पुस्तकें पढ़ना और संगीत सुनना
- पसंदीदा चीजें –
- गुजराती व्यंजन, चाय और कॉफी ईरानी जी को बहुत पसंद है।
- धर्मेंद्र इनके पसंदीदा हीरो है।
- रेखा और हेमा मालिनी इनकी पसंदीदा हीरोईन है।
- नरेंद्र मोदी इनके पसंदीदा राजनेता है।
Smriti Irani Education – (शिक्षा)
स्मृति ईरानी की शुरुआती शिक्षा होली चाइल्ड ऑक्सिलियम स्कूल, नई दिल्ली से हुई थी, उसके बाद इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कला में स्नातक किया। फिर यह टीवी की दुनिया में चली गयी उसके बाद इन्होंने राजनीति में कदम रख दिया।
Smriti Irani Career – (Smriti Irani Biography In Hindi)
- स्मृति ईरानी ने अपने कैरियर की शुरुआत मुंबई के बांद्रा में मैकडॉनल्ड्स में वेट्रेस के रूप में काम किया था।
- उसके बाद ईरानी ने वर्ष 1998 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में फाइनल प्रतियोगियों में से एक रही थी।
- वर्ष 1998 में, ईरानी को मीका सिंह के साथ पंजाबी गीत में देखा गया।
- वर्ष 2000 के मध्य में, ईरानी काफी लोकप्रिय हुई, उस समय उन्होंने स्टार प्लस पर एकता कपूर के प्रॉडक्शन में "क्योंकि सास भी कभी बहू थी" में तुलसी विरानी की भूमिका निभाई थी।
- ईरानी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (लोकप्रिय) के रूप में लगातार पांच बार भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार भी मिला।
- वर्ष 2007 में, एकता कपूर के साथ मतभेद के कारण स्मृति ने शो छोड़ दिया था। बाद में वर्ष 2008 में स्मृति ने पुनः विशेष एपिसोड के दौरान शो में वापसी की।
- वर्ष 2001 में, ईरानी ने Zee TV पर प्रसारित रामायण में सीता की भूमिका निभाई थी।
- वर्ष 2003 में ईरानी ने बीजेपी ज्वाइन किया और वर्ष 2004 में यह महाराष्ट्र युवा विंग के उपाध्यक्ष बनी।
- वर्ष 2011 में, स्मृति ईरानी गुजरात से राज्यसभा सदस्य बनी।
Smriti Irani Serials
- Yeh Hai Jalwa
- Zee TV Ramayan
- Kavita
- Kuch Diiil Se
- Ek Thhi Naayka
- Maniben.com
- Teen Bahuraaniyaan
- Waaris
- Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi (2000-08)
- Virrudh
- Thodi Si Zameen Thoda Sa Aasmaan
- Kya Hadsaa Kya Haqeeqat
Smriti Irani Biography In Hindi | स्मृति ईरानी की जीवनी हिंदी में
स्मृति ईरानी का जन्म 23 मार्च, 1976 को दिल्ली में हुआ था |इनका सम्बन्ध पंजाबी-बंगाली पृष्ठभूमि है। इनका पूरा नाम स्मृति ज़ुबिन ईरानी है | ये वर्ष 1998 में 'फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता' के फ़ाइनल में पहुंची थीं। वर्ष 2000 में टेलीवीजन सीरियल 'हम है कल आज कल और कल' के साथ अपने करियर की शुरुआत करने वाली स्मृति ने एकता कपूर के सास बहू सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में प्रमुख रोल निभाया।
इसके साथ ही इनकी पहचान एक कलाकार के रुप में बन गई। वर्ष 2001 में स्मृति ने जीटीवी पर प्रकाशित रामायण में सीता का किरदार निभाया था। वर्ष 2006 में स्मृति ने बालाजी टेलीफिल्मस के अंतर्गत थोड़ी सी 'ज़मीन और थोड़ा सा आसमान' टीवी सीरियल को सह निदेशक की भूमिका अदा की है। वर्ष 2008 में स्मृति ईरानी ने नृत्य पर आधारित टीवी सीरियल 'ये है जलवा' को साक्षी तँवर के साथ होस्ट किया था।
इन्होने ने वर्ष 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची, किन्तु विजेता नही बन पायी। उन्होंने वर्ष 2000 में टेलीवीजन सीरियल 'हम है कल आज कल और कल' के साथ अपने करियर की शुरुआत की, किन्तु उन्होंने एकता कपूर के सास बहू सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में लीड रोल निभाया। इसके साथ ही इनकी पहचान एक कलाकार के रुप में बन गई।
स्मृति ईरानी (Smrati Irani) ने पांच सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, चार इंडियन टेली अवार्ड और आठ स्टार परिवार पुरस्कार जीत चुकी हैं। वर्ष 2001 में उन्होने जीटीवी पर प्रसारित रमायण में सीता का किरदार निभाया था। वर्ष 2006 में उन्होने बालाजी टेलीफिल्मस के अंतर्गत 'थोड़ी सी जमीन और थोड़ा सा आसमान' टीवी सीरियल में सह निदेशक की भूमिका अदा की।
कभी भूखे रहने को थी मजबूर
दिल्ली की बंगाली-पंजाबी परिवार की लाड़ली स्मृति को भले ही आप सब लोग टीवी की चहेती बहू और मॉडल के तौर पर जानते हों लेकिन कभी अपने परिवार को मदद करने के लिए उन्हें भूखे सोने को मजबूर होना पड़ता था।
भाषाओं की अच्छी जानकार
स्मृति को हिन्दी, अंग्रेजी, बंगाली, गुजराती , बंगाली और मराठी भाषाएं आती हैं। वह रैलियों और चुनाव प्रचार के समय लोगों को कई भाषाओं में संबोधित करने के लिए मशहूर हैं।
अभिनय क्षेत्र
स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने वर्ष 1998 में फेमिना मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंची, किन्तु विजेता नहीं बन पायी। उन्होंने वर्ष 2000 में टेलीवीजन सीरियल 'हम है कल आज कल और कल' के साथ अपने करियर की शुरुआत की, किन्तु उन्होंने एकता कपूर के सास बहू सीरियल 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में लीड रोल निभाया। इसके साथ ही इनकी पहचान एक कलाकार के रूप में बन गई।
स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने पांच सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी अवार्ड, चार इंडियन टेली अवार्ड और आठ स्टार परिवार पुरस्कार जीत चुकी हैं। वर्ष 2001 में उन्होने जीटीवी पर प्रसारित रमायण में सीता का किरदार निभाया था। वर्ष 2006 में उन्होने बालाजी टेलीफिल्मस के अंतर्गत 'थोड़ी सी जमीन और थोड़ा सा आसमान' टीवी सीरियल में सह निदेशक की भूमिका अदा की। वर्ष 2008 में उन्होंने डांस पर आधारिक टीवी सीरियल 'ये हैं जलवा' को साक्षी तनवर के साथ होस्ट किया।
व्यक्तिगत जीवन
वर्ष-2001 में स्मृति ने शादीशुदा जुबिन ईरानी पारसी से शादी की। उसी वर्ष उन्हें एक बेटा हुआ, जिसका नाम 'जौहर' है। सितंबर 2003 में उन्हें एक बेटी हुई, जिसका नाम 'जोइश' है। वे 'शेनियल' की सौतेली माँ भी है जो उनके पति जुबिन ईरानी और उनकी पूर्व पत्नी मोना ईरानी की पुत्री है।
राजनीतिक परिचय
स्मृति ईरानी वर्ष 2003 में भाजपा में शामिल हुईं। 2004 के आम चुनाव में चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से कपिल सिब्बल के ख़िलाफ़ चुनाव स्मृति को हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2004 में इन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। इन्हें पार्टी ने पांच बार केंद्रीय समीति के कार्यकारी सदस्य के रुप में मनोनीत किया और राष्ट्रीय सचिव के रुप में भी नियुक्त किया। वर्ष 2010 में स्मृति ईरानी को भाजपा महिला मोर्चा की कमान सौंपी गई। वर्ष 2011 में स्मृति गुजरात से राज्यसभा की सांसद चुनी गई। इसी वर्ष इनको हिमाचल प्रदेश में महिला मोर्चे की भी कमान सौंप दी गई। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से राहुल गाँधी के ख़िलाफ़ चुनाव मैदान में उतरी परंतु यहां भी इन्हें हार का सामना करना पड़ा। वर्ष 2014 में स्मृति ईरानी को राज्य सभा की सदस्य होने के नाते भारत सरकार में 'मानव संसाधन विकास मंत्री' बनाया गया था। अब वे कपड़ा मंत्री के पद पर कार्यरत हैं।
विवाद
मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में नियुक्ति के अवसर पर विपक्षी दलों और मीडिया के हाथ में स्मृति ईरानी को बहुत अधिक गर्मी का सामना करना पड़ा। यह विवाद उसकी शैक्षणिक योग्यता के संबंध में था, जिसके लिए बहुत अस्पष्टता जुड़ी हुई थी। विपक्षी दलों और मीडिया ने इस मुद्दे को उठाया कि वह पर्याप्त योग्य नहीं है और इस तरह एचआरडी मंत्री की स्थिति रखने के पात्र नहीं हैं। यह विवाद सामने आने पर सामने आया जब स्मरण ने 2004 और 2014 के आम चुनावों में शैक्षिक योग्यता के बारे में दो विरोधाभासी घोषणाएं कीं।
2004 में, स्मृति ईरानी ने एक हलफनामे में कहा था कि उन्हें 1996 में स्कूल ऑफ कॉरस्पोन्डेंस, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त हुई थी। लेकिन 2014 के आम चुनाव में, जब उसने कांग्रेस के राहुल गांधी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में अमेठी सीट पर चुनाव लड़ा था, तब उन्होंने घोषणा की थी कि उन्हें 1 99 4 में बैचलर ऑफ कॉमर्स पार्ट -1 की डिग्री मिली, दिल्ली विश्वविद्यालय में।
एक नया अध्याय विवाद में जोड़ा गया जब स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्हें अमेरिका के प्रसिद्ध येल विश्वविद्यालय से डिग्री भी मिली थी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को उनके नेतृत्व क्षमताओं और उनके शैक्षिक पोर्टफोलियो के बारे में कोई शक नहीं था, वे एक जनहित याचिका दायर कर सकते हैं और शपथ पत्र के पीछे सच्चाई पा सकते हैं।
मोदी पर किया था हमला-
साल 2004 में स्मृति ने नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा था, कि उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री का पद को छोड़ देना चाहिए. स्मृति ने गुजरात दंगों को लेकर कहा था कि नरेंद्र मोदी को इस्तीफे दे देना चाहिए. वहीं स्मृति के इस बयान से पार्टी काफी नाराज हुई थी और पार्टी ने स्मृति को अपना बयान वापस लेने को कहा था. जिसके बाद स्मृति ने पार्टी की कार्यवाही से बचने के लिए अपने इस बयान को वापस ले लिया था.
अध्यक्ष की नियुक्ति पर विवाद-
मानव संसाधन विकास मंत्री रहते हुए जिस दूसरे विवाद ने स्मृति को घेरा, वो नागपुर के विश्वेश्वराय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के चुने गए अध्यक्ष को लेकर हुआ था. स्मृति पर आरोप लगाए गए था कि उन्होंने इस पद के लिए विश्राम जामदार को इसलिए चुना क्योंकि उनका ताल्लुक आरएसएस से है.
जर्मन और संस्कृत भाषा को लेकर विवाद-
बतौर मानव संसाधन विकास मंत्रालय रहते हुए स्मृति ईरानी द्वारा केन्द्रीय विद्यालय में पढ़ाई जाने वाली जर्मनी भाषा को विषयों से अलग करने के फैसले पर भी काफी विवाद हुआ था. दरअसल स्मृति ने इन स्कूलों को 2014 में आदेश दिया था कि वो अपने स्कूल में जर्मनी भाषा की जगह बच्चों को संस्कृत भाषा पढ़ाएं. इतना ही नहीं इस मसले पर जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने नरेंद्र मोदी से बातचीत भी की थी.
रोहित वेमुला आत्महत्या विवाद-
हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति पर कई आरोप लगाए गए थे. स्मृति पर आरोप लगाया गया, कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने श्रम मंत्री बांदरू दत्तात्रेय और बीजेपी की छात्र शाखा, अखिल भारतीय विद्यालय परिषद (एबीवीपी) के द्वारा की गई शिकायत पर हैदराबाद विश्वविद्यालय के कुलपति को वेमुला सहित दलित छात्रों के खिलाफ कठोर कदम उठाने को कहा था. जिसके कारण इस छात्र ने आत्महत्या कर ली थी.
पार्टी में कई बार बदला गया पद
2014 में बीजेपी के सत्ता में आते ही स्मृति ईरानी को मोदी की कैबिनेट में जगह दी गई थी. उन्हें पार्टी द्वारा देश का मानव संसाधन विकास मंत्रालय का दायित्व सौंपा गया था. वहीं कुछ समय के बाद उनसे ये मंत्रालय वापस ले लिया गया था और इसके साथ उनको कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी. लेकिन फिर कुछ समय बाद स्मृति ईरानी को देश का सूचना और प्रसारण मंत्रालय सौंपा गया था, जिसकी वो अभी मंत्री हैं.
सम्मान और पुरस्कार
- 5 बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार
- 4 बार इंडियन टेली पुरस्कार
- 8 बार स्टार परिवार पुरस्कार