सावधान: आप भी हो सकते हैं ऐसे ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार! पढ़ें पूरी खबर
BY Jan Shakti Bureau4 Oct 2017 8:35 AM IST
X
Jan Shakti Bureau4 Oct 2017 8:35 AM IST
सुपौल के चार बैंकों में फर्जी खाते खोलकर राजस्थान के व्यापारियों से करोड़ों की ऑनलाइन ठगी की गई। पूरा मामला पिछले साल नोटबंदी के दौरान 16 दिसंबर को शुरू हुआ। अब तक हुई जांच के अनुसार, अब तक ठगों ने लोगों से करोड़ों रुपये ऐंठ लिए हैं। राजस्थान पुलिस की जांच के बाद सुपौल की पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है। मामले का खुलासा तब हुआ जब राजस्थान पुलिस की टीम 27 सितंबर को जांच के लिए सुपौल पहुंची। पुलिस टीम में शामिल राजस्थान पुलिस के हेड कांस्टेबल मग्गा राम टंडी ने बताया कि नागौर में पिछले दिनों ऑनलाइन टांजेक्शन में फर्जीवाड़ा का एक मामला दर्ज हुआ था जिसमें पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उससे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए किसी खाते में पैसा मंगवाया जा रहा है। जांच में पता चला कि ये चार खाते हैं और सभी सुपौल के हैं। इनमें से दो खाते यूको बैंक, एक यूनियन बैंक और एक सेंट्रल बैंक का है। खाते में दिए गए पते पर जब राजस्थान पुलिस टीम पहुंची तो यह कर्णपुर के सोनक निवासी और सदर प्रखंड के मल्हनी पंचायत के टोला सेवक मनोहर सादा का निकला। मनोहर को लेकर जब पुलिस टीम बैंक पहुंची और दस्तावेजों की जांच की तो पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। दस्तावेज मनोहर के फोटो व हस्ताक्षर दूसरे के: मनोहर को लेकर जांच के लिए यूको बैंक पहुंची राजस्थान और स्थानीय पुलिस की टीम भौंचक रह गयी जब मनोहर सादा के नाम पर खोला गया अकाउंट फर्जी पाया गया। खाता खोलने के लिए जरूरी कागजात आधार कार्ड की फोटो कॉपी तो मनोहर की थी लेकिन उसपर लगाया गया फोटो किसी दूसरे का था। यही नहीं वोटर आई कार्ड भी किसी दूसरे का था। लेकिन उसपर मनोहर सादा और उसके पिता का नाम विंदेश्वरी सादा अंकित था। खाता खोलने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म पर हस्ताक्षर भी फर्जी था। पुलिस पदाधिकारियों ने इन सभी कागजातों का मिलान यूनियन बैंक में मनोहर के खाते के लिए जमा दस्तावेजों से कर ली है। फिलहाल राजस्थान की पुलिस चली गयी है। अब मनोहर सादा ने सुपौल के सदर थाने में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी दी है। इसके बाद सदर थाने ने जांच शुरू कर दी है। सदर थानाध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने कहा कि राजस्थान पुलिस के अधिकारी आये थे। पीड़ित मनोहर सादा का आवेदन मिला है। जल्द ही जांच कर कार्रवाई होगी।
Next Story