चुनाव से पहले भाजपा ने थमाया सांसदों और विधायकों को 65 पन्ने की गाइडलाइंस, बताया- क्या करें क्या नहीं: देखिए जरूर
BY Jan Shakti Bureau8 Sept 2018 12:23 PM IST
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Jan Shakti Bureau8 Sept 2018 5:58 PM IST
नई दिल्ली: देश में अगले साल लोकसभा के चुनाव होने है इसके लिए सभी पार्टियों ने कमर कास ली है. लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सत्ताधारी बीजेपी ने भी अपने चुनाव अभियान के तहत तैयारियां शुरू कर ली है. बीजेपी ने पार्टी की छवि को बेहतर करने के लिए पार्टी के सभी विधायक और सांसद को गाइडलाइन भी जारी की है.
पत्रकारों से रखे अच्छे संबंध
इसके साथ ही बीजेपी ने सभी बड़े नेताओं और पार्टी के विधायकों और सांसदों को मतदाताओं से जुड़े रहने के लिए कहा है. इसके लिए पार्टी की ओर से 65 पन्नों की एक गाइडलाइंस लिस्ट उन्हें थमाई गई है. इस में बताया गया है कि उन्हें क्या क्या करना है साथ ही क्या क्या नही करना है सब कुछ विस्तार से समझाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी नेताओं को विवादों से बचने की सलाह दी गई है साथ ही उन्हें पत्रकारों से अच्छे संबंध बना कर रखने के लिए कहा गया है जिससे की वह जनता के सामने पार्टी की छवि बेहतर पेश करे. इसके आलावा उन्हें सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों से जुड़े रहने जैसी बातों को भी इस लिस्ट में बताया गया है.
सोशल मीडिया पर दे ध्यान
पार्टी गाइडलाइंस को लेकर कितनी गंभीर इस बात का अंदाजा तो इसी से लगाया जा सकता है कि पार्टी ने सांसदों और विधायकों के निजी स्टाफ को तक ट्रेनिंग देने का फैसला लिया है. इसके लिए दिल्ली में गुरुवार और शुक्रवार को दो दिवसीय सत्र आयोजित किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 65 पेज की इस गाइडलाइंस में भाजपा सांसदों और विधायकों को फाइनेंशियल मैनेजमेंट जिसमें सांसद या विधायक निधि के धन को कैसे प्रयोग करना है? अपनी यात्राओं को कैसे मैनेज करना है और पर्सनल डेवलेपमेंट कैसे करना है इसकी जानकारी भी दी गई है.
पार्टी की बेहतर छवि बनाए रखे
बीजेपी के ट्रेनिंग डिपार्टमेंट द्वारा किये गए इस गाइडबुक में पार्टी के सामने आने वाली चुनौतियां और सरकार की नीतियों के बारे में भी जानकारी दी गई है. गाइडबुक के अनुसार सोशल मीडिया के लिए सांसदों और विधायकों का निजी स्टाफ काफी अहम भूमिका निभाता है निजी स्टाफ ही मीडिया के साथ संपर्क में रहता है. इसी को देखते हुए कहा गया है कि निजी स्टाफ की लगातार कोशिश होनी चाहिए कि पार्टी की छवि मीडिया में बेहतर बनी रहे. निजी स्टाफ को पत्रकारों से सम्मानपूर्वक व्यवहार करे और उन्हें ज्यादा इंतजार ना कराए. निजी स्टाफ खुद मीडिया से बात ना करे बल्कि सिर्फ सांसदों विधायकों और मीडिया के बीच कॉर्डिनेशन का कार्य करें.
बीजेपी नेताओं को कहा गया है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखे की अधिकारिक पोस्ट में गैर जरूरी लोगों को टैग करने से बचें. इसके साथ ही गाइडलाइंस के अंत में एक चेतावनी भी दी गई है. जिसमें कहा गया है कि बीजेपी दूसरी पार्टी जैसी नही है. हमारी विचारधारा एक बड़ा कैडर बेस है जो देश को नई उचाइयों पर लेकर जाएगा और यह बात आपके काम में देखनी चाहिए.
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