BREAKING: छेड़छाड़ की शिकार लड़की ने कहा- शर्म मुझे नहीं उसे आए जिसने ये काम किया
BY Jan Shakti Bureau7 Aug 2017 12:05 PM IST
X
Jan Shakti Bureau7 Aug 2017 12:05 PM IST
चंडीगढ़ में शुक्रवार रात देर रात भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके दोस्त ने एक लड़की का पीछा कर उसके साथ छेड़खानी की. न्यूज 18 इंडिया के मुताबिक, बातचीत के दौरान वर्णिका ने बताया कि वो अपनी पहचान छुपाकर नहीं रखना चाहती और ना ही उसने ऐसा कुछ गलत किया है जिससे उसे अपनी पहचान उजागर होने का डर है. वर्णिका ने कहा कि वो इस पूरे मामले को आगे तक ले जाएंगी और उसे उम्मीद है कि पुलिस और सिस्टम की सहायता से उसे न्याय मिलेगा.
वह पुलिस का पूरा सहयोग कर रही है और वो चाहती हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलें. वर्णिका के पिता हरियाणा सरकार में सीनियर आईएएस ऑफिसर है. उसके पिता वी एस कुंडू ने इस मामलें पर कहा कि उन्हें पता है की इस मामले में उनकी लड़ाई रसूखदार राजनीतिक लोगों के साथ है लेकिन अब तक उन पर हरियाणा सरकार की तरफ से इस मामले को रफा-दफा करने का कोई भी दबाव नहीं बनाया गया है. वे इस मामले में किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे और वह चाहते हैं कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिले, जिससे देश के दूसरे लड़कों एक सबक मिले कि वह अकेली लड़की को देख कर उसे परेशान करने की कोशिश न करें.
वर्णिका के पिता ने कहा कि आरोपी लड़कों ने पुलिस थाने के अंदर वर्णिका से माफ़ी मांगी और इस मामले को खत्म करना चाहा लेकिन यह मामला सिर्फ वर्णिका का नहीं है बल्कि पूरे देश की बेटियों का है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दो टूक कहा, इस पूरे मामले से सुभाष बराला का कुछ भी लेना-देना नहीं है और चंडीगढ़ पुलिस इस मामले की जांच कर रही है उसके बाद जो आरोप साबित होंगे उसके बाद ही किसी भी तरह की कार्यवाही की जाएगी. इस मामले पर हरियाणा प्रदेश बीजेपी प्रभारी राजीव जैन पार्टी की तरफ से सामने आए और उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर चंडीगढ़ पुलिस के ऊपर किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं डाला जा रहा, चंडीगढ़ पुलिस इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच करें, जिससे सच सबके सामने आ सके.
वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस मामले में हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष सुभाष बराला के इस्तीफे की मांग की और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला का पुतला जलाया गया. छेड़छाड़ के इस मामलें पंजाब यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई सदस्यों ने मोदी सरकार और हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और कैंडल मार्च कर आरोप लगाया कि इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस पर राजनीतिक दबाव बनाया जा रहा जिसकी वजह से हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों को जमानत दी गई. हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल ने भी इस मामले में सुभाष बराला को नैतिक आधार पर इस्तीफा देने का देने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा शुरू की गई 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' पहल पर भी भाजपा पर तंज़ कसा है.
Next Story