बड़ी खबर: मोदी सरकार के खिलाफ ईसाई समुदाय ने फूंका बिगुल, कहा-लोकतंत्र खतरे में है, प्रार्थना करें 2019 में बने नई सरकार
BY Jan Shakti Bureau22 May 2018 1:32 PM IST
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Jan Shakti Bureau22 May 2018 7:28 PM IST
नई दिल्ली:दिल्ली के कैथोलिक चर्च के मुख्य पादरी अनिल कोटो ने दिल्ली में चुनाव प्रार्थना अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने इस अभियान से जुड़ने के लिए दिल्ली की अन्य पादरियों को पत्र लिखकर बुलावा भेजा है. पत्र में अनिल कोटो ने लिखा है कि हमारे देश का लोकतंत्र खतरे में है जिसे बचाना बहुत जरूरी है. इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि 2019 में होनेवाले आम चुनावों के लिए भारत में रहने वाले कैथोलिकों को प्रार्थना करनी चाहिए. उन्होंने बताया कि इस अभियान की शुरूआत करने का उद्देश्य यही है.
बीते 13 मई को अनिल कोटो द्वारा लिखा गया यह पत्र दिल्ली के सभी चर्चों में पढ़ी गई है. पत्र के माध्यम से कहा गया है कि अप्रैल 2019 में चुनाव होने वाला है जिसके बाद हमें नई सरकार मिलने वाली है. इसी वजह से पुर्तगाल स्थित फातिमा में मदर मेरी की पुण्यतिथि के जन्मदिन के अवसर पर चुनाव प्रार्थना अभियान की शुरुआत करनी चाहिए. इसके साथ ही पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार पर भी हमला बोला गया है. पत्र में मोदी सरकार पर अल्पसंख्य समुदाय की अवहेलना करने का आरोप लगाया है.
पत्र में कहा गया है कि मोदी के सत्ता में आने के बाद क्रिश्चियन समुदायों पर होने वाले हमलों की तादाद बढ़ी है. गौरतलब है कि पत्र में बताया गया है कि क्रिश्चियनों के खिलाफ साल 2016 में 348 हमले हुए, जबकि साल 2017 में यह संख्या 736 पर पहुंच गई. आगे कोटो ने पत्र में लिखा कि हम सभी लोग देश की राजनीति में चल रही उथल-पुथल में साक्षी हैं, जो कि देश के संवैधानिक निष्ठा, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक सिद्दांतों के लिए खतरा बनी हुई है.
अनिल कोटो ने पत्र में सिर्फ पादरियों को ही नहीं बल्कि हर एक क्रिश्चियन संगठनों और उनसे जुड़ी धार्मिक संस्थाओं से इस अभियान में साथ देने के लिए कहा है. अनिल कोटो ने पत्र के जरिए कहा है कि हर शुक्रवार को अगले चुनाव का ख्याल रखते हुए इस अभियान के तहत काम करना चाहिए. एसी माइकल जैसे ले कैथोलिक नेताओं ने अनिल कोटो की इस पहल की तारीफ की है. माइकल ने कोटो के इस कदम को साहसी करार दिया है.
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