मोदी राज: अब शिमला में हुआ 'निर्भया' से भी बड़ा कांड, न्याय की खातिर सड़कें जाम: पढ़ें पूरी खबर
BY Jan Shakti Bureau13 July 2017 8:09 AM IST
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Jan Shakti Bureau13 July 2017 8:09 AM IST
शिमला। शिमला के कोटखाई में छात्रा से हुए बलात्कार और हत्या के मामले में 6 दिन बाद पुलिस की ओर से कोई प्रगति न होने की वजह से लोगों में गुस्सा सड़कों पर आ गया है। कोटखाई से लेकर शिमला तक लोग अंदोलित हैं लेकिन सरकार खामोश है। आरोपियों के न पकड़े जाने के विरोध में सोमवार कोटखाई बाजार बंद है। स्थानीय लोग सडक़ों पर निकल विरोध प्रर्दशन कर रहे हैं। मामले को लेकर लोग राज्यपाल आचार्य देवव्रत से भी मिलेंगे, उनसे मदद की गुहार लगाएंगे। कोटखाई के लोग दोषियों को जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं।
शिमला में भी लगातार इसके विरोध में प्रर्दशन हो रहे हैं और कैंडल मार्च निकाला जा रहा है। वहीं ये मामला सोशल मिडिया में खासा सुर्खियों में है। गम व गुस्से में लोग पुलिस को कोस रहे हैं। आम तौर पर हिमाचल को देवभमि के नाम से ही जाना जाता रहा है। लेकिन कोटखाई की घटना ने प्रदेश की इस उपलब्धि को छीन लिया है। लोगों में गुस्सा है और परिजन सदमे में हैं। कोटखाई की दर्दनाक हादसे की सूचना मिलने के बाद जनता का गुस्सा सोशल मीडिया पर भी दिख रहा है। लोग मांग कर रहे हैँ कि गुड़िया के हत्यारों को फांसी की सजा दी जाए। लोगों ने सोशल मीडिया पर जस्टिस फॉर गुड़िया नाम से अभियान चलाया है।
लोगों का आक्रोश फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया समूहों पर देखने को मिल रहा है। कुछ लोगों ने तो जस्टिस फॉर गुड़िया नाम से इस संबंध में तमाम वर्गों से आगे आने की भी अपील भी की है। इस निर्मम घटनाक्रम के बाद हिमाचल प्रदेश ही नहीं बल्कि राज्य के बाहर रह रहे लोग भी हतप्रभ हैं। फेसबुक और व्हाट्सएप पर तो इस संबंध में इस छात्रा को इंसाफ दिलाने के लिए मुहिम छिड़ गई है। युवाओं से लेकर बुजुर्ग तक एक ही सुर में कह रहे हैं कि इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों को केवल फांसी होनी चाहिए। कई लोग तो भावावेश में यहां तक कमेंट कर रहे हैं कि ऐसे अपराधियों को पकड़कर उनकी बोटी-बोटी काट डाली जाए। कुछ लोग तो जुर्म करने वालों को जिंदा दफन करने की भी बात कर रहे हैं। पुलिस की ओर से अभी तक अपराधियों के पकड़े नहीं जाने का आक्रोश भी सोशल मीडिया पर दिख रहा है।
वहीं मृतक छात्रा के माता-पिता बेहद सदमे में हैं। रोते हुए लड़की के पिता ने कहा कि उन्हें क्या मालूम था कि ये दिन भी देखना पड़ेगा। उन्होंने मांग की है कि पुलिस जल्द दरिंदों को पकड़े। उसके बाद कानून अपना काम करे। हत्या के बाद गांव में मातम का माहौल है। एसआईटी का गठन कर हो मामले की जांच उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप राठौर ने कहा कि इस मामले की जांच को लेकर स्पेशल इंवेस्टिगेटिंग टीम (एस.आई.टी.) का गठन किया जाना चाहिए ताकी दोषियों को जल्द से जल्द बेनकाब किया जा सके। भारत की जनवादी नौजवान सभा के राज्याध्यक्ष कपिल भारद्वाज ने इस हैवानियत भरी घटना को लेकर गहरा रोष प्रकट किया है। इस बीच प्रदेश भाजपा ने इस मामले में सरकार को घेरते हुए कहा है कि कोटखाई में दसवीं की छात्रा के साथ हुआ बलात्कार और उसके बाद उसकी निर्मम हत्या हिमाचल के निर्भया कांड से कम नहीं है।
इस घटना से साबित होता है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने कहा कि ऐसी अमानवीय घटना देवभूमि को कलंकित ही नहीं कर रही बल्कि सरकार की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रही है, क्योंकि 5-6 दिन बीत जाने पर भी अपराधियों का कोई अता-पता नहीं है। इस प्रकार की घटनाएं रोज घट रही हैं। टुटू के पास एक महिला की गिरकर मौत की खबर और उसके परिजनों द्वारा हत्या की साजिश जाहिर करना भी पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न खड़े करता है। गणेश दत्त ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि वो अपराधियों को शीघ्र पकड़े व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई हो।
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