'फासिस्ट बीजेपी गवर्नमेंट डाउन-डाउन' कहने वाली युवती को मिली जमानत, अब पिता को मिल रही धमकी, सियासत तेज़
तमिलनाडु की बीजेपी अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन के सामने 'फासिस्ट बीजेपी गवर्नमेंट, डाउन-डाउन' के नारे लगाने वाली युवती को जमानत पर रिहा कर दिया गया है। लेकिन उसके पिता को अब धमकियां मिल रही हैं,जिसकी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। इस पूरे मामले पर अब सियासत भी तेज हो गईहै। हुआ कुछ इस तरह की मंगलवार सुबह तमिलनाडु की रहने वाली लुई सोफिया नाम की 25 वर्षीय युवतीविमान में तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन के साथ ही सफर कर रही थीं और तूतीकोरिन पहुंची थी। सुंदरराजन जैसे ही अपना सामान लेने लगेज बॉक्स के पास पहुंचीं, युवती ने 'फासिस्ट बीजेपी गवर्नमेंट डाउन-डाउन' के नारे लगाने शुरू कर दिए। नारेबाजी पर सुंदरराजन और सोफिया के बीच हल्की बहस भी हुई। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष सुंदरराजन एयरपोर्ट पर एक महिला पुलिस कर्मी से बहस कर रही हैं। महिला पुलिस कर्मी उन्हें बता रही है कि आप यहां बैठों, वह छोटी लड़की है जाने दीजिए। लेकिन तमिलिसाई सुंदरराजन उस लड़की की तरफ बढ़ने की कोशिश करती दिखाई देती हैं। वह कह रही हैं कि यह कोई सार्वजनिक जगह नहीं है जहां वह ऐसे नारे लगा सके।
#WATCH BJP Tamil Nadu President Tamilisai Soundararajan got into an argument with a co-passenger at Tuticorin airport. The passenger who has now been detained had allegedly raised 'Fascist BJP Govt down down' slogan #TamilNadu pic.twitter.com/TzfyQn3IOo
— ANI (@ANI) September 3, 2018
इसके बाद सुंदरराजन की शिकायत पर पुलिस ने सोफिया को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में कोकिराकुलम जेल भेज दिया गया। लेकिन बाद में तूतीकोरिन की एक अदालत ने मंगलवार को ही लुई सोफिया को जमानत दे दी।इस बीच एक न्यूज चैनल से बात करते हुए सोफिया के पिता ने कहा कि इस घटना के बाद से उन्हें मारने की धमकियां मिल रही हैं जिसकी उन्होंने पुलिस से शिकायत की है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही।सोफिया की गिरफ्तारी के साथ ही अदालत के आदेश की भी राज्य में व्यापक रूप से निंदा की गई। सोफिया पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत सार्वजनिक उपद्रव मचाने और तमिलनाडु शहर पुलिस अधिनियम के तहत एक लोकसेवक के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है।सोफिया को जमानत दिए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने तमिलनाडु सरकार से युवती के खिलाफ दाखिल मामले को वापस लेने का आग्रह किया और बीजेपी के उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने के कहा, जिन्होंने उसके परिवार को धमकाया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार बीजेपी की शह पर अराजकता का काम कर रही है, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को सरकार की आलोचना करने का पूरा अधिकार है।
கருத்துச் சுதந்திரத்தை நசுக்கும் விதத்தில்,தங்களின் பினாமி அதிமுக அரசு தமிழகத்தில் இருப்பதால் எவ்வித அராஜகங்களிலும் ஈடுபடலாம் என்ற தைரியத்தில் பாஜக செயல்படுவது கண்டிக்கத்தக்கது.
— M.K.Stalin (@mkstalin) September 4, 2018
உடனடியாக, மாணவி சோபியா மீதான வழக்கை திரும்பப் பெற்று,அவர் ஆராய்ச்சி படிப்பைத் தொடர அனுமதிக்க வேண்டும்
वहीं कांग्रेस ने इस घटना को अघोषित आपात काल की संज्ञा दी है। कांग्रेस ने कहा कि 2014 से ही देश में ऐसी घटनाएं लगातार होती रही हैं, जहां बीजेपी के खिलाफ बोलने पर पाबंदी लगाई जा रही है। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी लगातार यही बताती रही है कि देश में सिर्फ आरएसएस और बीजेपी की ही आवाज़ सुनी जाएगी और बाकी आवाज़ें उठाने वालों को जेल भेज दिया जाएगा।
Arrest of the young lady for speaking against BJP govt is a pattern of undeclared emergency we have seen since 2014.: Former Union Minister @ManishTewari.
— Congress (@INCIndia) September 4, 2018
Watch the highlights of the press conference: pic.twitter.com/7nvum37xk2
अभिनेता और एक्टिविस्ट प्रकाश राज ने भी इस मुद्दे पर कहा है कि, "सोफिया तुम्हें पता होना चाहिए था कि वे किसी को भी गाली दे सकते हैं, फर्जी खबर बना सकते हैं, झूठ फैला सकते हैं, सबको बुरा भला कह सकते हैं, लेकिन उन्हें जब उनके असली नाम से पुकारा जाता है तो उन्हें बुरा लग जाता है...."
#sophia....didn't you know that.....THEY can abuse...fake..create a lie and call everyone NAMES they choose...but they don't like to be called by their NAME and addressed for what they ARE..... #justasking ... https://t.co/OIXNB9FC2k
— Prakash Raj (@prakashraaj) September 4, 2018
वहीं अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने भी इस मामले में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर नेता सार्वजनिक तौर पर आलोचना नहीं सह सकते तो वे बाहर क्यों घूम रहे हैं। असली दोषी वे हैं, उन्हें जेल में होना चाहिए।
பொது இடங்களில் குரல் எழுப்புவதும்,விமர்சிப்பதும் குற்றமெனில் அத்தனை அரசியல்வாதிகளும் கைது செய்யப் படவேண்டிய குற்றவாளிகளே. சுதந்திரப்பறவை சோபியாவை சிறையிலிருந்து பெயிலில் எடுக்கிறோம்.அரசியல்வாதிகள் ஏன் வெளியே திரிகிறார்கள்?
— Kamal Haasan (@ikamalhaasan) September 4, 2018
நானும் அரசியல்வாதிதான் என்பதை உணர்ந்தே சொல்கிறேன்.