कौन हैं खुशबू सुंदर? जिनके नाम का बना है मंदिर, खुशबू अब कांग्रेस छोड़ खिला सकती है BJP का कमल
खुशबू सुंदर का जन्म 29 सितंबर 1970 में मुंबई में हुआ था। खुशबू ने अपना फिल्म करियर बचपन में ही शुरू कर दिया था। खुशबू के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनका विवाह एक्टर, फिल्म डायरेक्टर सुंदर सी से 2000 में हुआ था।
नई दिल्ली। फिल्म अभिनेत्री खुशबू सुंदर कांग्रेस पार्टी का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो सकती हैं। अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत खुशबू ने 2010 में डीएमके पार्टी के साथ की थी, बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गई थीं। लेकिन अब कयास लगाए जा रहे हैं कि खुशबू कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम सकती हैं। रविवार को सोशल मीडिया पर इस बात की काफी चर्चा रही कि खुशबू आज दोपहर में भाजपा में शामिल हो सकती हैं। इन तमाम कयासों के बीच कांग्रेस पार्टी ने खुशबू को पार्टी के प्रवक्ता पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इन तमाम सियासी हलचल के बीच खुशबू ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक कांग्रेस अध्यक्ष के नाम लिखा है और इसमे कहा है कि ऊंचे पदों पर बैठे कुछ लोग जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं हैं, इन लोगों का आम जनता से कोई जुड़ाव नहीं है और ये लोग अपनी मनमानी चला रहे हैं।
खुशबू का जीवन परिचय
खुशबू सुंदर का जन्म 29 सितंबर 1970 में मुंबई में हुआ था। खुशबू ने अपना फिल्म करियर बचपन में ही शुरू कर दिया था। खुशबू के व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनका विवाह एक्टर, फिल्म डायरेक्टर सुंदर सी से 2000 में हुआ था। दोनों की दो बेटी हैं, जिनका नाम अवंतिका और आनंदिता है, जिनके नाम पर प्रोडक्शन हाउस अवनी सिनेमैक्स की शुरुआत की गई है। खुशबू पिछले 34 वर्षों से चेन्नई में रह रही हैं। खुशबू की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके नाम मंदिर बना, वह पहली ऐसी पहली भारतीय अदाकारा हैं जिनके नाम का मंदिर बना है।
खुशबू का हिंदी सिनेमा का सफर
खुशबू ने पहली बार हिंदी फिल्म द बर्निंग ट्रेन में 1980 में बतौर बाल कलाकार काम किया था। इसके अलावा नसीब, लावारिस, कालिया, दर्द का रिश्ता, बेमिसाल जैसी फिल्मों में भी खुशबू ने बतौर बाल कलाकार काम किया था। दर्द का रिश्ता फिल्म का गाना मैं परियों की शहजादी आज भी काफी लोकप्रिय है। बॉलीवुड में बतौर एक्ट्रेस खुशबू की पहली फिल्म मेरी जंग थी, जिसमे उन्होंने जावेद जाफरी के साथ सुपरहिट गाना बोल बेबी बोल, रॉक एंड रोल में डांस किया था। मुख्य अभिनेत्री के तौर पर खुशबू की पहली फिल्म जानू थी, जिसमे जैकी श्रॉफ उनके हीरो थे। इसके अलावा तन बदन में गोविंदा के साथ, दीवाना मुझसा नहीं में आमिर व माधुरी दीक्षित के साथ खुशबू नजर आई थीं।
खुशबू का दक्षिण सिनेमा का सफर
मुंबई के बाद खुशबू ने चेन्नई का रुख किया और दक्षिण भारत की फिल्मों में अपना नाम स्थापित किया। खुशबू ने पहली तुलगू फिल्म वेंकटेश के सात कलयुग पांडवुलू थी। इसके बाद वह तमिल फिल्मों में सक्रिय हो गईं। उन्होंने 150 से अधिक दक्षिण की फिल्मों में काम किया है। वह रजनीकांत, कमल हासन, विजयकांत, सरथ कुमार, चिरंजीवी, सहित तमाम बड़े स्टार के साथ काम कर चुकी हैं। तमिल के अलावा खुशबू कन्नड़, मलयालम, तेलगू फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं।
खुशबू का राजनीतिक सफर
खुशबू सामाजिक कार्यों में भी काफी समय से सक्रिय रही हैं। एड्स जागरुकता अभियान का भी वह हिस्सा रह चुकी हैं। 2005 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अगर लड़कियां शादी से पहले यौन संबंध बनाती हैं तो उन्हें सुरक्षा अपनानी चाहिए ताकि उन्हें किसी भी तरह का यौन रोग ना हो। जिसके बाद उनके खिलाफ 22 शिकायतें दर्ज की गई थीं और उनपर दमिल महिलाओं के अपमान का आरोप लगा था। 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ तमाम केस को रद्द कर दिया था। खुशबू ने राजनीति में 2010 में कदम रखा लेकिन 26 नवंबर 2014 को खुशबू ने राजनीति में कदम रखा और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं। इसके बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया था। 2010 में खुशबू ने डीएमके का हाथ थामा था। उनका स्वागत करुणानिधी ने किया था। लेकिन 16 जून को खुशबू ने डीएमके छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।