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सितंबर में होगा सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन, अखिलेश यादव फिर बनेंगे राष्ट्रिय अध्यक्ष: पढ़ें पूरी खबर
BY Jan Shakti Bureau2 Aug 2017 3:38 PM IST
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Jan Shakti Bureau2 Aug 2017 3:38 PM IST
लखनऊ: सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन सितंबर के आखिरी हफ्ते में लखनऊ में कराने की तैयारी है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पांच साल के लिए अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव पास होगा। पार्टी ने इसी साल एक जनवरी को विशेष अधिवेशन बुलाकर अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना था। इसके बाद मार्च के महीने में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बुलाकर पार्टी के संविधान में थोड़ा बदलाव कर अध्यक्ष का चुनाव तीन साल के बजाए पांच साल करने व उपाध्यक्ष व महामंत्री के पद बढ़ाने जैसे बदलाव किए गए थे।
इन सब पर अब राष्ट्रीय अधिवेशन में औपचारिक मुहर लगेगी। इस साल पहली जनवरी को विशेष अधिवेशन बुलाकर सपा ने अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना था। इसके बाद मार्च में विशेष बैठक कर संविधान में बदलाव का फैसला लिया गया। इस पर राष्ट्रीय अधिवेशन में मुहर लगेगी। यही नहीं प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के भी पांच साल चुने जाने पर भी मुहर लगेगी। सपा को चुनाव आयोग में संगठनात्मक ढांचे का ब्यौरा सात अक्टूबर तक देना है। पर इन चुनौतियों के बावजूद पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुटी है।
सदस्यता अभियान कामयाबी से पूरा हो गया है। पार्टी अब राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद संगठन को पुनर्गठित करेगी। साथ ही पार्टी में कई ऐसे नेताओं को शामिल करेगी जो अपनी पार्टी छोड़ चुके हैं। चुनौती भी कम नहीं असल पार्टी इस वक्त भीतरी झंझावतों व बाहर से 'सेंधमारी' से जूझ रही है। पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव पार्टी का नेतृत्व मुलायम सिंह यादव को सौंपे देने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं और अब तो उन्होंने समाजवादी सेकुलर मोर्चा बनाने का अल्टीमेटम तक दे दिया है। ऐसे में सपा नेतृत्व के सामने यह बड़ी चुनौती है।
यही नहीं पार्टी में बागी रुख दिखा रहे नेताओं पर नियंत्रण करने की जरूरत पार्टी महसूस कर रही है। इस महीने पार्टी में हलचल तेज होने के आसार हैं। दो एमएसली के पार्टी छोड़ने के बाद अब कुछ पूर्व विधायक भी भाजपा में जा सकते हैं। सपा को भरोसा है कि वह अखिलेश यादव की साफ छवि, संघर्ष की चाह व युवा नेता होने के बूते वह दुबारा भाजपा का विकल्प बन सकती है।
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