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Exclusive: अखिलेश यादव बोले- सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस के लिए इतनी सीटें छोड़ सकते हैं
BY Jan Shakti Bureau12 Jan 2019 12:57 PM IST
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Jan Shakti Bureau12 Jan 2019 12:57 PM IST
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav) ने सपा और बसपा के गठबंधन( SP-BSP Alliance) पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस सवाल पर स्पष्ट बोलने से इन्कार किया कि सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं, मगर यह जरूर कहा कि वह यूपी में कांग्रेस के लिए दो सीटें छोड़ने के लिए तैयार हैं. यह सीटें हैं कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली अमेठी और रायबरेली. जहां से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव जीतती रहीं हैं. क्या राहुल गांधी में प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है ? इस सवाल पर अखिलेश ने कहा- यह मैं कैसे बता सकता हूं. गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद का दावेदार कौन होगा. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह फैसला लोकसभा चुनाव के बाद होगा.
अखिलेश यादव ने यूपी में बन रहे इस गठबंधन में कांग्रेस को साथ लेने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस के बारे में कुछ नहीं कह सकता. कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है. यूपी में कांग्रेस पार्टी के नेता हैं. लेकिन गठबंधन में किस तरीके से साथ होगा, या नहीं होगा, अभी कह पाना मुश्किल है. क्या दिल से यह चाहेंगे कि कांग्रेस भी साथ आ जाए ? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि आज इस पर इसलिए नहीं बोलूंगा कि कल का अहम दिन है. कल गठबंधन का ऐलान होना है. गठबंधन की बात पहले हो जाए, तब कुछ कहूंगा. मैं मानता हूं कि बहुत जल्दबाजी नहीं करना चाहिए. बाद में सोचेंगे कि आगे कैसे रास्ता निकलेगा. क्या यह बेमेल गठबंधन है ? या फिर आप लोग मोदी हेट की वजह से साथ आए हैं ? इस सवाल का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि कोई यह नहीं कह सकता है. हम बसपा से लड़ते जरूर हैं. मगर संबंध नहीं खराब थे. मेरे तो कतई नहीं. उन्होंने कहा कि बीजपी से सीख कर हम अपना वोट बढ़ाएंगे.
बीजेपी ने की वादाखिलाफी
अखिलेश यादव ने बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया. कहा कि बीजेपी से लोग यह जानना चाहते हैं कि कि अब प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सभी सांसद और विधायक आपके हैं तो फिर .इतना कुछ होने के बाद भी जनता को कुछ नहीं मिला. क्या किसानों का कर्जमाफी पूरा हुआ. क्या किसान खुशहाल हो गया. क्या आगरा लखनऊ से बेहतर कोई सड़क बनाई. अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने जब पूर्वांचल एक्सप्रेस के लिए पैसा मांगा तो केंद्र सरकार ने पैसा नहीं दिया. लेकिन मेरी जानकारी में आया है कि उन्हीं के कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी सड़क के लिए दिल्ली के बजट से पैसा दे दिया.
यह भेदभाव क्यों.
चुनावों में बीजेपी की जीत के सवाल पर बोले कि बीजेपी ने जनता को कंफ्यूज कर धोखे से वोट लिया. नोटबंदी करने के बाद कहा कि इससे अमीरों को नुकसान और गरीबों को लाभ होगा. भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा. मगर सच्चाई क्या है. फिर जीएसटी से कहा कि व्यापारी को लाभ होगा. व्यापार करना आसान होगा. जीएसटी ने व्यापारियों को फंसा दिया. कई व्यापारियों ने आत्महत्या कर ली. चुनाव के समय जीएसटी में संशोधन हो जाता है. बीजेपी ने यूपी के चुनाव के लिए नोटबंदी की थी. नोटबंदी के बहकावे में लोग आ गए थे. जनता इंतजार कर रही है. चुनाव का दिन कब आएगा, तारीख कब आएगी. अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, में बीजेपी क्यों हारी, कैराना में भी हार गई, जहां से बीजेपी ने मारने-पीटने की आग लगाई थी. मतलब, जनता नाराज है.
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