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उत्तर प्रदेश: जबसे बीजेपी गोरखपुर चुनाव हारी है तबसे वह दलितों के घर खाने का नाटक कर अपनी और फजीहत करा रही है।
BY Jan Shakti Bureau3 May 2018 6:30 PM IST
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Jan Shakti Bureau4 May 2018 12:08 AM IST
दलितों के घर खाना खाने के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी की लगातार फजीहत हो रही है। जब से बीजेपी गोरखपुर लोकसभा चुनाव हारी है तब से वह दलितों को मनाने की कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार में कई मंत्री दलितों के घर जाकर खाना खा रहे हैं, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ऐसा ही किया था. लेकिन इस बीच एक विवाद सामने आया है। योगी सरकार में राज्य मंत्री सुरेश राणा मंगलवार को जब अलीगढ़ में एक दलित के घर खाना खाने पहुंचे तो बढ़े ही लाव-लश्कर के साथ होटल से मंगाया हुआ खाना खाया. दलितों के साथ जुड़ा रहने की छवि बनाने में जुटी यूपी सरकार के लिए ये दांव उल्टा पड़ गया. हालांकि, सुरेश राणा का कहना है कि खाना गांव के दलितों के द्वारा ही बनाया गया था, जो हम सभी ने खाया था.
जिन्होंने इसका आयोजन किया था वह भी दलित विधायक ही थे। कुछ लोगों को पीएम मोदी और सीएम योगी का काम पसंद नहीं आ रहा है, इसलिए इस प्रकार के विवाद पैदा कर रहे हैं. अलीगढ़ की तहसील खैर इलाके में जब खाना खाने पहुंचे तो उन्होंने वहां सलाद, दाल-मखनी, छोले-चावल, पालक-पनीर, उड़द की दाल, मिक्स वेज, रायता, तंदूरी रोटी के अलावा मिठाई में गुलाब-जामुन, कॉफी और मिनरल वाटर का लुत्फ उठाया. इतना ही नहीं बीजेपी की ओर से कोशिश है कि सरकार के मंत्री दलित के घर ही रात गुजारें और खाना वहां पर खाएं. लेकिन, सुरेश राणा दलित के घर पर रुकने की बजाय सामुदायिक केंद्र में रुके जहां उनके आराम के लिए पूरा इंतजाम किया गया था।
आपको बता दें कि पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ ने भी प्रदेश के प्रतापगढ़ इलाके में दलित परिवार के घर जाकर खाना खाया था. गौरतलब है कि योगी के दलित के घर खाना खाने को लेकर भी विवाद हुआ था. तब कहा गया था कि योगी के लिए रोटी उनकी ही मंत्री स्वाति सिंह ने ही बनाई थी. गौरतलब है कि स्वाति सिंह ठाकुर जाति से आती हैं, जिसको लेकर बसपा ने योगी पर निशाना साधा था.
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