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सर्दी और बारिश भी किसानों के हौसले को नहीं डिगा पाई, बॉर्डर पर डटे अन्नदाता, कहा- उम्मीद है कल निकलेगा हल

बारिश और ठंड के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने धरना जारी रखा। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम अपने परिवार से दूर ऐसे कठोर मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार कल हमारी मांगों को मान लेगी।

सर्दी और बारिश भी किसानों के हौसले को नहीं डिगा पाई, बॉर्डर पर डटे अन्नदाता, कहा- उम्मीद है कल निकलेगा हल
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जनशक्ति: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। रविवार सुबह हुई बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दीं। एक तरफ कड़ाके की सर्दी और दूसरी तरफ बारिश ने किसानों की चुनौती सुबह बढ़ा दी। लेकिन कड़ाके की सर्दी और बारिश भी किसानों के हौसले को नहीं डिगा पाए। बारिश के बीच किसान बॉर्डर पर डटे रहे। बारिश और ठंड के बीच 37वें दिन गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने धरना जारी रखा। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम अपने परिवार से दूर ऐसे कठोर मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार कल हमारी मांगों को मान लेगी।"


गौरतलब है कि कल किसानों और सरकार के बीच अगले दौर की वार्ता होगी। पिछली बैठक में भी एमएसपी और तीनों कृषि कानूनों पर बात नहीं बन पाई थी। किसानों ने वार्ता में सरकार से दो टूक कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए और एमएसपी पर लीगल गारंटी दी जाए। किसानों की इन दो मांगों पर सरकार ने कहा कि किसान बताएं कि अगर इन तीनों कृषि कानूनों को रद्द किया जाता है तो इसका विकल्प किया होगा? सरकार की ओर से कहा गया कि चार जनवरी को अगली बैठक होगी। सरकार की ओर से कहा गया कि किसान 4 जनवरी को कृषि कानूनों को रद्द करने की स्थिति में विकल्प लेकर आएं। ऐसे में अब कल यानी 4 जनवरी को गैठक होगी।

आंदोलन कर रह किसानों ने सख्त तेवर के संकेत दिए हैं। शनिवार को किसान मोर्चा ने एक बार फिर साफ किया कि उन्हें कृषि कानून वापस लिए जाने से कम मंजूर नहीं। किसान मोर्चा ने कहा कि कृषि कानून वापस लिए जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने यह भी कहा कि 4 जनवरी की बातचीत में हल नहीं निकला तो एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टर मार्च होगा।

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