BREAKING: ट्रैक्टर रैली हिंसा मामले में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव समेत 6 किसान नेताओं के खिलाफ FIR
नांगलोई थाने में जो FIR दर्ज है उसमें न सिर्फ डकैती की धारा लगाई गई है बल्कि उन 40 किसान नेताओं के नाम भी FIR में शामिल हैं जो सरकार के साथ वार्ता के लिए विज्ञान भवन जाते थे.
Farmers Rally Violence: गणतंत्र दिवस पर किसानों की ओर से निकाली गई ट्रैक्टर (Tractor Rally) रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) समेत छह किसान नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. नांगलोई थाने में जो FIR दर्ज है उसमें न सिर्फ डकैती की धारा लगाई गई है बल्कि उन 40 किसान नेताओं के नाम भी FIR में शामिल हैं जो सरकार के साथ वार्ता के लिए विज्ञान भवन जाते थे. इसी FIR में योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) का भी नाम है.
दिल्ली में किसानों की अराजकता के बाद पुलिस पूरे एक्शन में हैं. ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस ने अब तक कुल 22 एफआईआर दर्ज की हैं. जिसमें किसान नेता योगेंद्र यादव के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. योगेंद्र यादव पर एनओसी तोड़ने का आरोप लगा है. योगेंद्र यादव अलावा राकेश टिकैत और बलविंदर बाजवा समेत 8 नेताओं के खिलाफ गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. कुछ और किसान नेताओं पर भी पुलिस मुकदमा दर्ज कर सकती है. वहीं बताया जा रहा है कि अभी तक पुलिस ने 93 उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया है, जबकि 200 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
ये एफआईआर दंगों से संबंधित कानूनों के तहत दर्ज की गई हैं, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और हथियारों के साथ सरकारी कर्मचारियों पर हमला करना शामिल है. दिल्ली पुलिस ने बताया है कि कल की हिंसा को लेकर IPC की धारा 395 (डकैत), 397 (लूट या डकैत, मारने या चोट पहुंचाने की कोशिश), 120 बी (आपराधिक साजिश की सजा) और अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है. क्राइम ब्रांच द्वारा जांच की जाएगी.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि कल शहर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में 200 लोगों को हिरासत में लिया, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. दिल्ली पुलिस ने यह भी बताया है कि किसानों की हिंसा में 300 से अधिक जवान घायल हुए हैं. कई जवानों की हालत गंभीर है. उधर, पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के लिए वीडियो फुटेज का अध्ययन करना शुरू कर दिया है. उन लोगों की पहचान की जाएगी जिन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और दिल्ली पुलिस कर्मियों पर हमला किया.