UP : तीन सगी बहनों ने एक ही शख्स से की शादी, करवा चौथ पर तीनों पत्नियों ने पति को छलनी में एक साथ देखा
Karwa Chauth 2020: तीनों बहनों ने 12 साल पहले एक साथ पति के रूप में कृष्णा को स्वीकार किया था. पत्नियां अपने पति को राजा दशरथ का अवतार मानती हैं.
लखनऊ: करवाचौथ पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन के लिए व्रत रखती हैं। लेकिन क्या आपने एक पति के लिए तीन पत्नियों को एक साथ व्रत रखते और पूजा करते हुए देखा है। वो भी तब जब तीनों पत्नियां आपस में सगी बहनें हों। जी हां, यूपी के चित्रकूट में रहने वाले कृष्णा की तीन पत्नियां हैं, तीनों सगी बहनें हैं। तीनों बहनों ने करीब 13 साल पहले कृष्णा को अपना पति स्वीकार किया था। तब से आज तक तीनों बहने एक साथ खुशी-खुशी रह रही हैं। तीनों बहने एक साथ ही करवा चौथ का त्योहार मनाती हैं।
13 साल पहले हुई थी शादी
चित्रकूट निवासी तीन बहनें शोभा, रीना और पिंकी की शादी कृष्णा से 13 साल पहले हुई थी। तीनों बहनों ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री ले रखी है। जब तीनों बहनों ने कृष्णा से शादी की थी तब यह शादी काफी चर्चा में रही थी। तीनों बहनें एक पति के साथ खुशी-खुशी रह रही हैं। ये बहनें हर साल सुहाग का त्योहार करवाचौथ भी एक साथ ही मनाती हैं। इस साल भी करवाचौथ पर तीनों बहनों ने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा। शाम को चांद के सामने पति के हाथों व्रत तोड़ा।
पति को राजा दशरथ का अवतार मानती हैं
तीनों पत्नियां बता दें, तीनों बहनें एक साथ ही एक घर में रहती हैं। इलाके में रहने वाले लोग भी कहते हैं कि ऐसा उन्होंने पहली बार देखा कि एक पति की तीन पत्नियां हैं और तीनों एक साथ आपस में प्यार से रहती हैं। तीनों पत्नियां अपने पति को राजा दशरथ का अवतार मानती हैं। तीनों बहनों के दो-दो बच्चे हैं। तीनों सगी बहनें अपने पति को एक दिव्य पुरुष मानती हैं। शोभा, रीना और पिंकी का कहना है कि महाकाली से मिली शक्ति के दम पर वो पूरी दुनिया को यह मिसाल देना चाहती हैं कि अगर स्त्री अगर चाहे तो वो एक सामान्य पुरुष को राजा दशरथ जैसा बना सकती है।
सुहागिन महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है करवा चौथ
सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ का व्रत बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए किया जाता है। यह महापर्व इस बार 4 नवंबर को था। इस बार करवा चौथ पर स्वार्थ सिद्धि योग बना था। सुहागिनों के लिए यह करवा चौथ अखंड सौभाग्य देने वाला होगा। करवा चौथ पर महिलाएं सुबह सरगी खाकर व्रत शुरू करती हैं। इसके बाद व्रत की कथा पढ़ी जाती है।