तजीन फातिमा की जमानत मंजूर होने को अखिलेश यादव ने बताया बड़ी जीत, कह दी ये बात
अखिलेश ने ट्वीट किया, 'रामपुर से सांसद आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा की जमानत ने साबित कर दिया है कि नफरत की सियासत करने वाले सच के आगे आखिर में हारते हैं।' यादव ने कहा, 'भाजपा झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है, वह अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है। यह इंसाफ पर एतबार करने वालों की जीत है।'
जनशक्ति। करीब दस महीने से जिला जेल में बंद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की विधायक और वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) की पत्नी तजीन फातिमा (Tazeen Fatma) को अदालत के आदेश पर सोमवार शाम रिहा कर दिया गया। सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी पार्टी की विधायक तजीन फातिमा को जमानत मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह न्याय पर विश्वास करने वालों की जीत है।
इंसाफ में एतबार करनेवालों की जीत- अखिलेश
अखिलेश ने ट्वीट किया, 'रामपुर से सांसद आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा की जमानत ने साबित कर दिया है कि नफरत की सियासत करने वाले सच के आगे आखिर में हारते हैं।' यादव ने कहा, 'भाजपा झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है, वह अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है। यह इंसाफ पर एतबार करने वालों की जीत है।' गौरतलब है कि फातिमा को अदालत के आदेश पर सोमवार शाम रिहा कर दिया गया, जबकि उनके पति आजम खान और बेटा अब्दुल्ला अभी जेल में हैं।
रामपुर के सांसद आज़म खान जी की पत्नी तज़ीन फ़ातिमा जी की ज़मानत ने साबित कर दिया है कि नफ़रत की सियासत करनेवाले आख़िर में सच के आगे हारते हैं. भाजपा झूठ के जिस रास्ते पर चल रही है वो अन्याय की ओर जाता है और पतन की ओर ले जाता है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 22, 2020
ये इंसाफ़ में एतबार करनेवालों की जीत है.
आजम खान की पत्नी तजीन फातिमा जेल से रिहा
रामपुर के सपा सांसद आजम खान की पत्नी और विधायक तजीन फातिमा को सोमवार को जमानत मिलने के बाद सीतापुर जेल से रिहा किया गया। फातिमा को उनके खिलाफ दर्ज मामलों में जमानत मिल गयी है, जबकि उनके पति आजम खान और बेटा अब्दुल्ला अभी भी जेल में हैं। जेल अधीक्षक डी. सी. मिश्रा ने बताया कि जेल प्रशासन ने आवश्यक कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें रिहा कर दिया। रिहा होने के बाद फातिमा ने पत्रकारों से बातचीत मे कहा, 'मुझे दस महीने बाद इंसाफ मिला, मेरे पति आजम खान और बेटे को भी जल्द इंसाफ मिलेगा।'
जेल के अंदर मैंन किसी से बात नहीं की- फातिमा
उन्होंने कहा, 'मैं सरकारी कॉलेज में लेक्चरर थी और वहां मैंने सेवा की। मेरी सत्यनिष्ठा खुद सरकारी अधिकारियों ने प्रमाणित की थी। अचानक मैं अपराधी हो गई कि मेरे खिलाफ पचास मुकदमे दर्ज किए गए।' यह पूछने पर कि क्या इस बीच उनकी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात हुई, फातिमा ने कहा, 'जेल के अन्दर से मैंने या आजम साहब ने किसी से बात नहीं की।'