रेप के दोषी कुलदीप सेंगर की पत्नी को BJP ने बनाया पंचायत उम्मीदवार, ये है पूरी खबर
दुष्कर्म के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निष्कासित किए जाने के करीब डेढ़ साल बाद पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldip Singh Sengar) की पत्नी संगीता सेंगर को भाजपा ने आगामी पंचायत चुनावों के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
दुष्कर्म के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से निष्कासित किए जाने के करीब डेढ़ साल बाद पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldip Singh Sengar) की पत्नी संगीता सेंगर को भाजपा ने आगामी पंचायत चुनावों के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है. संगीता फतेहपुर चौरासी से उन्नाव जिला पंचायत का चुनाव लड़ेंगी. इससे पहले उन्होंने 2016 में जिला पंचायत (Panchayat) अध्यक्ष का चुनाव जीता था. पार्टी सूत्रों ने बताया है कि उनकी उम्मीदवारी को प्रदेश के भाजपा प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह और महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने मंजूरी दी है. इसके पीछे वजह अप्रैल 2018 में कुलदीप सेंगर की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार को इलाके में मिली सहानुभूति है. यहां के कई लोगों का मानना है कि वह निर्दोष हैं और उन्हें राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा फंसाया गया है. लोगों की इन्हीं भावनाओं को ध्यान में रखते हुए संगीता सेंगर को भाजपा ने मैदान में उतारा है. बता दें कि उम्रकैद की सजा पा चुके कुलदीप सेंगर की पिछले साल फरवरी में उत्तर प्रदेश विधान सभा की सदस्यता खत्म कर दी गई थी. अभी वह तिहाड़ जेल में बंद है.
बीजेपी ने की अधिकृत प्रत्याशियों के नामों की घोषणा
भारतीय जनता पार्टी ने उन्नाव जिले की 51 जिला पंचायत सीटों पर अपने अधिकृत प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. खास बात तो यह है कि विधानसभा तक पहुंचने का ख्वाब देख रहे तमाम नेता जिला पंचायत सदस्य के लिए जोर आजमाएंगे. टिकट की घोषणा के बाद से ही जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर शह मात का खेल चलने लगा. संगठन की ओर से जारी की गई लिस्ट में कई चेहरे नए भी हैं. हालांकि पार्टी ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सेंगर को फतेहपुर चौरासी चतुर्थ से प्रत्याशी बनाया गया है. इसके अलावा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अविनाश चंद्र उर्फ आनंद आवस्थी को सिकंदरपुर सरोसी प्रथम से प्रत्याशी बनाया गया है. नवाबगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह औरास द्वितीय से टिकट मिला है. आनंद अवस्थी पूर्व में उन्नाव सदर से विधानसभा सदस्य के लिए चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी. संगीता सिंह सेंगर बांगमरऊ उप चुनाव में भाजपा से टिकट मांग रही थी. हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला था.
लगा बधाई देने का तांता
वहीं पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण सिंह भी बांगरमऊ से दावेदारी कर रहे थे. नवाबगंज ब्लाक प्रमुख की सीट आरक्षित होने के बाद अरुण सिंह अपनी राजनीति मजबूत करने के लिए जिला पंचायत सदस्य बनने हेतु मैदान में आ गए. जिला पंचायत अध्यक्ष पद के पूर्व प्रत्याशी प्रवेश सिंह उर्फ सिंडीकेट को बिछिया द्वितीय से प्रत्याशी बनाया गया है. भाजपा की ओर से जैसे ही समर्थित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई सफलता पाने वाले दावेदारों की बांछे खिल गई. वह भूल गए कि भाजपा ने सिर्फ समर्थन दिया है अपना चुनाव चिह्न नहीं दिया है. अति उत्साह में तमाम दावेदारों ने कमल चुनाव निशान लगाकर अपना फोटो सोशल मीडिया पर जारी कर दिया. हालांकि सोशल मीडिया पर उनकी खूब चुटकी ली जा रही है.