यूपी की बांदा जेल शिफ्ट किए गए मुख्तार अंसारी की पूर्वांचल में बोलती थी तूती, जाने क्या है डॉन बनने की कहानी
एक समय था जब मऊ से लेकर आसपास के तमाम जिलों में माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी की तूती बोलती थी। कभी मुख्तार अंसारी खुली जिप्सी की छत पर सवार दिखता था और क्षेत्र में भ्रमण करता था। यूपी के डॉन मुख्तार अंसारी का जिसने एक हाथ में अपने गैंग की लगाम थाम रखी है तो दूसरे हाथ में सियासत की।
एक समय था जब मऊ से लेकर आसपास के तमाम जिलों में माफिया डॉन और विधायक मुख्तार अंसारी की तूती बोलती थी। कभी मुख्तार अंसारी खुली जिप्सी की छत पर सवार दिखता था और क्षेत्र में भ्रमण करता था। यूपी के डॉन मुख्तार अंसारी का जिसने एक हाथ में अपने गैंग की लगाम थाम रखी है तो दूसरे हाथ में सियासत की। रसूख और वर्चस्व ऐसी कि तारीखों के साथ सरकारें बदलती रही लेकिन इस माफिया की सल्तनत का दायरा बढ़ता गया। 15 सालों से डॉन जेल में है, लेकिन मुख्तार अंसारी के लिए जेल का मतलब क्या है, इसकी पोल खुलती रही है। वहीं आज उसी मुख्तार अंसारी को व्हीलचेयर पर बैठे देख चर्चाओं का बाजार गर्म है। आखिर जुर्म की दुनिया में मुख्तार अंसारी के डॉन बनने की क्या है कहानी
असल में माफिया मुख्तार अंसारी को इस समय यूपी पुलिस पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल ला रही है। करीब 150 पुलिसकर्मियों की फौज काफिले में चल रही है। मुख्तार अंसारी को लेकर पंजाब और यूपी सरकार कोर्ट में जिरह करती दिखाई दीं। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट आदेश दिया कि मुख्तार को फौरन यूपी की बांदा जेल शिफ्ट किया जाए। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी ने कुछ ऐसी वारदात को अंजाम दिया, जिन्होंने पूर्वांचल की धरती को हिलाकर रख दिया था। उन्हीं में शामिल है अवधेश राय मर्डर केस और गाजीपुर का कृष्णानंद राय हत्या कांड।
मुख्तार के खिलाफ यूपी सहित दूसरे राज्यों में करीब 52 मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल 15 मुकदमे ट्रायल पर ।. एक ऐसा भी समय था जब पूर्वांचल के जिलों में जीत हासिल करने के लिए सियासतदानों को मुख्तार से करीबी रखते साफ देखा गया। वह जेल में रहे या बाहर, चुनाव आराम से जीतता रहा। यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद स्थितियां तेजी से बदल गईं। योगी सरकार ने मुख्तार, उसके मददगार और गिरोह के मेंबर्स पर सख्त कार्यवाही की। मुख्तार गैंग के 72 असलहा लाइसेंसों को निरस्त किया गया है।. मुख्तार गैंग से जुड़े सात ठेकेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। अवैध धंधों से मुख्तार की कमाई गई संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया जा रहा है। अवैध निर्माणों को जमींदोज किया जा रहा है। मुख्तार उसके गैंग मेंबर और मददगारों के कब्जे से 192 करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क की गई है या ध्वस्त की गई है।