Ram Gopal Yadav Biography In Hindi | राम गोपाल यादव का जीवन परिचय

समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक रामगोपाल यादव का जन्‍म 29 जून 1946 को उत्‍तरप्रदेश के ईटावाह जिले में हुआ। वह समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई है। पेशे से अध्यापक रामगोपाल वर्तमान में समाजवादी पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं।

Update: 2020-10-30 04:37 GMT

Ram Gopal Yadav Biography In Hindi | राम गोपाल यादव का जीवन परिचय

पूरा नाम : प्रो.राम गोपाल यादव

जन्म तिथि : 29/06/1946

जन्म स्थान : सैफई, जिला। इटावा (उत्तर प्रदेश)

राजनीतिक दल : समाजवादी पार्टी

पिता का नाम : स्वर्गीय श्री बच्ची लाल

माता का नाम : श्रीमति फूलवती

विवाह की तिथि : 4 मई 1962 को 

जीवनसाथी : फूलन देवी

बच्चे : दो बेटे और एक बेटी

शिक्षा : M. Sc. (Physics), M.A. (Political Science), Ph. D. Educated at Agra University, Agra and Kanpur University, कानपूर

संक्षिप्त जीवनी (Short Biography)

समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक रामगोपाल यादव का जन्‍म 29 जून 1946 को उत्‍तरप्रदेश के ईटावाह जिले में हुआ। वह मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई है। पेशे से अध्यापक रामगोपाल वर्तमान में समाजवादी पार्टी के टिकट पर उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सांसद हैं। वर्तमान में वे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व महासचिव हैं। यादव ने भौतिकी और रानजीतिक विज्ञान दोनों ही विषयों में स्‍तानकोत्‍तर की डिग्री हासिल की और इसके बाद उन्‍होंने आगरा से पीएचडी की।

राम गोपाल यादव कम्प्लीट बायो एंड करियर (Ram Gopal Yadav Complete Biography & Career)

राम गोपाल यादव वर्तमान में संसद के ऊपरी सदन यानी राज्य सभा के सदस्य हैं। वह एक प्रसिद्ध राजनेता हैं जो उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। उन्होंने एम.एससी। और M.A. और PhD डिग्री। वह एक समर्पित शिक्षाविद् और समाजवादी पार्टी के समर्पित सदस्य हैं।

वह समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह के चचेरे भाई हैं और इसलिए उन्होंने कम उम्र में राजनीति में कदम रखा। राजनीतिज्ञ के साथ-साथ उन्होंने के.के. में भौतिकी और राजनीति विज्ञान में व्याख्याता के रूप में भी कार्य किया है। 1969-1994 तक स्नातकोत्तर महाविद्यालय। जिसके बाद, उन्होंने उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में प्रसिद्ध चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज के प्राचार्य के रूप में कार्य किया। एक शिक्षाविद् के रूप में उनका शानदार करियर रहा है और उन्हें डॉ। राम मनोहर लोहिया ट्रस्ट का सचिव भी बनाया गया था।

उन्हें अपने भाई शिवपाल सिंह यादव द्वारा पार्टी में दरार पैदा करने का दोषी ठहराया गया था और इसलिए उन्हें पार्टी से दो बार निष्कासित कर दिया गया था। एक राजनेता के रूप में अपने शानदार करियर में, उन्होंने कई प्रतिष्ठित पदों पर भी काम किया है।

राम गोपाल यादव परिवार, रिश्तेदार और अन्य रिश्ते (Ram Gopal Yadav Family, Relatives and Other Relations)

वे प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव के चचेरे भाई हैं। युवा राजनेता आदित्य यादव, धर्मेंद्र यादव और अखिलेश यादव उनके भतीजे हैं। उन्होंने 1962 से श्रीमति फूलन देवी से शादी की और एक साथ तीन बेटों और एक बेटी को आशीर्वाद दिया।

राम गोपाल यादव शिक्षा और करियर (Ram Gopal Yadav Education and Career)

1969 से 1974 तक यादव ईटावाह के स्‍नातकोत्‍तर महाविद्यालय में व्‍याख्‍याता रहे, इसके बाद 1974 से 1994 तक ईटावाह के ही चौधरी चरण डिग्री कॉलेज के प्रधानाध्‍यापक रहे। उनकी उच्च शिक्षा कानपुर विश्वविद्यालय और आगरा विश्वविद्यालय में पूरी हुई। बेहद गरीबी में पले-बढ़े प्रो. रामगोपाल यादव की संपत्ति नेशनल इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार 1.28 करोड़ रुपए से अधिक है। इनमें से 98 लाख रुपए की संपत्ति जमीन-जायदाद व भवन के रूप में है, जबकि करीब 22 लाख रुपए के गहने, बॉन्ड, फिक्स डिपोजिट व बैंकों में जमा रकम है। उन पर 1.26 लाख रुपए का कर्ज भी है। वह डॉ. राममनोहर लोहिया ट्रस्ट के सचिव हैं।

प्रो. रामगोपाल यादव 1969 में केके पीजी कॉलेज में फिजिक्स के लेक्च्रर बने। बाद में उन्होंने राजनीतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष के तौर पर शिक्षण कार्य किया। इसके बाद वह चौधरी चरण सिंह डिग्री कॉलेज के प्राचार्य रहे। कहा जाता है कि कोई बड़ा फैसला लेते समय मुलायम सिंह यादव प्रो. रामगोपाल से सलाह लेते हैं।

राजनीति में प्रवेश (Ram Gopal Yadav career in politics)

प्रो. रामगोपाल ने वर्ष 1989 में जिला परिषद का चुनाव जीतकर अध्यक्ष की कुर्सी थामी। वर्ष 1992 में राज्यसभा के सदस्ये बने। इसके बाद रामगोपाल लगातार राज्यसभा पहुंच रहे हैं। अब भी राज्यसभा के सदस्य हैं। वह मुलायम सिंह यादव के राजनैतिक सलाहकार भी रह चुके हैं। 1992 में पहली बार वह राज्‍यसभा चुनाव में निर्वाचित हुए तथा विज्ञान और तकनीकी एवं पर्यावरण एवं वन समिति के सदस्‍य रहे। इसके बाद 1998 के राज्‍यसभा चुनाव में वे दोबारा निर्वाचित हुए। 2004 के लोकसभा चुनाव में भी वे संबल क्षेत्र से निर्वाचित हुए।

इसके बाद 2008 की राज्‍यसभा के चुनाव में जीतने के पश्‍चात् वे मानव संसाधन विकास समिति, राजभाषा समिति, विज्ञान और तकनीकी समिति, ग्रामीण विकास समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस समिति के सदस्‍य रहे। आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के मामले में केंद्र सरकार द्वारा रिपोर्ट मांगने पर रामगोपाल यादव ने तो यहां तक कह दिया कि यूपी को आईएएस की जरूरत ही नहीं है। इस बयान को विश्लेषक यूपी सरकार और समाजवादी पार्टी में उनकी बड़ी हैसियत के रूप में लेते हैं। भतीजे अखिलेश यादव भी उनकी राय का काफी सम्मान करते हैं।

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