Ram Nath Kovind Biography in Hindi | रामनाथ कोविंद की जीवनी
Ram Nath Kovind Biography in Hindi | रामनाथ कोविंद भारतीय राजनेता और साथ ही भारतीय जनता पार्टी बीजेपी के सदस्य भी है। 2015 से 2017 तक रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल भी रहे चुके है।
Ram Nath Kovind Biography in Hindi | रामनाथ कोविंद की जीवनी
- नाम रामनाथ कोविंद
- जन्म 1 अक्टूबर 1945
- जन्मस्थान परुंख, यूनाइटेड प्रोविंस, ब्रिटिश इंडिया
- पिता मैकू लाल
- माता कलावती
- पत्नी सविता कोविंद
- पुत्र प्रशांत कुमार कोविंद
- व्यवसाय भारतीय राजनेता और एडवोकेट
- पार्टी भारतीय जनता पार्टी
- पद भारत के 14वें राष्ट्रपति
- शिक्षा स्वाति कोविंद दयानंद एंग्लो-वैदिक कॉलेज, डी.ए-वी। कॉलेज, कानपुर
- पुरस्कार गिनी का सर्वोच्च पुरस्कार
- नागरिकता भारतीय
भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind Biography in Hindi)
रामनाथ कोविंद भारतीय राजनेता और साथ ही भारतीय जनता पार्टी बीजेपी के सदस्य भी है। 2015 से 2017 तक रामनाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल भी रहे चुके है। रामनाथ कोविंद कई तरह की बाबतो में भाग लिया है। रामनाथ कोविंद एक समाज सेवी और वकील के तौर पर काम करते हुए कमज़ोर लोगों को हर तरह से मदद पहुँचाने की कोशिश करते हे। राजनीति में इन्होने एक अमूल्य भूमिका निभाई, और राज्यसभा में रहते हुए, कई सरे बाबतो पर काम किया। Great Politician Of Ram Nath Kovind
प्रारंभिक जीवन (Ram Nath Kovind Early Life)
रामनाथ कोविंद का जन्म 1st अक्टूबर, 1945 को भारत के उत्तरप्रदेश राज्य के कानपूर जिले के डेरापुर के परौन्ख गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम मैकूलाल था। वे एक किसान थे और उनकी माता का नाम कलावती था। जो की एक गृहणी थी। उनका परिवार भारत में एक रूप से पीड़ित दलित समुदाय से था। Ram Nath Kovind Biography in Hindi
शिक्षा (Ram Nath Kovind Education)
रामनाथ कोविंद ने B.COM और LLB की डिग्री हासिल की, ये डिग्री इन्होने कानपुर से हासिल की, कानपूर से LLB की पढाई पूरी करने के बाद ये दिल्ली गये। दिल्ली में इन्होने IAS की परीक्षा पास करने की कोशिश की, परन्तु इस प्रयास में उन्हें असफलता मिली, शुरुआत में दो बार असफलता लगने के बाद भी इन्होने हार नहीं मानी, और तीसरी बार फिर से IAS की परीक्षा दी।
इस तीसरी बार ये सफल हुए, हालांकि इन्हें IAS पद नहीं मिला था। उन्होंने नौकरी नहीं की और नौकरी की जगह Law का अभ्यास करना जारी रखा। Ram Nath Kovind Biography in Hindi
निजी जीवन (Ram Nath Kovind Married Life)
रामनाथ कोविंद ने 20 मई, 1974 को सविता कोविंद से शादी की थी। उनके एक बेटा, प्रशांत कुमार और एक बेटी स्वाति भी है। Ram Nath Kovind Biography in Hindi
राजनैतिक करियर की शुरुआत (Ram Nath Kovind Political career)
1977 से 1979 तक वे नयी दिल्ली में केंद्र सरकार के अधिवक्ता रह चुके है। और 1980 से 1993 तक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार का स्थायी वकील रहते हुए, सेवा भी की। 1978 में वे सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया के अधिकारिक वकील बने थे। उन्होंने नयी दिल्ली के हाई कोर्ट में लॉ की ट्रेनिंग ली थी, तक़रीबन 16 साल 1913 तक उन्होंने लॉ का अभ्यास किया। बार कौंसिल ऑफ़ दिल्ली ने 1971 में उनका नाम अधिवक्ता के रूप में दर्ज किया था।
अधिवक्ता के रूप में वे समाज के गरीब लोगो को मुफ्त में सलाह देते थे, साथ ही नयी दिल्ली की फ्री लीगल ऐड सोसाइटी में भी कार्यरत थे।उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई का पर्सनल असिस्टेंस बने रहते हुए, भी सेवा की है। मोरार जी देसाई के निजी सचिव बनने के बाद वह भाजपा नेतृत्व के संपर्क में आये।
कोविंद को भारतीय जनता पार्टी ने 1990 में घाटमपुर लोकसभा का टिकट दिया। लेकिन वह चुनाव हार गए। 1993 व 1997 में पार्टी ने उन्हें प्रदेश से दो बार राज्यसभा भेजा। इसके बाद 2007 में कानपुर देहात की भोगनीपुर लोकसभा से चुनाव लादे लेकिन हार गए। रामनाथ कोविंद इसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी के साथ महामंत्री भी रह चुके है।
सामाजिक कार्य (Ram Nath Kovind Social Work)
इन्होने अनुसूचित जाति- जनजाति, अल्पसंख्यक, महिलाओं के लिए अपने कॉलेज के दिनों से ही काम करना शुरू कर दिया था। अपने छात्र काल से ही लोक सेवा करने की वजह से इन्हें कई लोगों ने बहुत जल्द समझ लिया।
समाज में शिक्षा फैलाने के लिए कई बड़े कदम उठाये। अपने 12 वर्ष के राज्यसभा के सांसद के तौर पर कार्यरत रहते हुए इन्होने पिछले तबकों में शिक्षा फैलाने पर विशेष जोर दिया।
वकालत के दौरान अनुसूचित जाति- जनजाति और महिलाओं के लिए क़ानूनी रूप से मिलने वाली कई मुफ्त सुविधाओं को पहुँचाया। इनके प्रयासों से ही दिल्ली में 'फ्री लीगल ऐड सोसाइटी' जैसी संस्था अस्तित्व में आ सकी।
इन्होने इनका कानपुर का पुश्तैनी मकान अपने गाँव वालों को दान कर दिया, जो अब बारातघर के रूप में प्रयोग किया जाता है। Ram Nath Kovind Biography in Hindi
रामनाथ कोविंद बीजेपी सदस्य (Ram Nath Kovind Member of BJP)
1991 में वे बीजेपी में शामिल हुए। 1998 और 2002 में वे बीजेपी दलित मोर्चा के अध्यक्ष थे। और ऑल इंडिया कोली समाज के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने पार्टी का राष्ट्रिय प्रवक्ता बने रहते हुए, भी कई बार देश की सेवा की है। उन्होंने डेरापुर के अपने पूर्वजो के घर को RSS को दान में दे दिया था। घाटमपुर और भोगनीपुर दोनों निर्वाचन क्षेत्र से बीजेपी की टिकट लेकर वे चुनाव में खड़े हुए थे। लेकिन दोनों ही चुनावो में उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा।
रामनाथ कोविंद राज्य सभा (Ram Nath Kovind Member of Parliament in Rajya Sabha)
1994 को वे नियुक्त हुए, और इसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य का राज्य सभा एम.पी भी बनाया गया। 2006 तक लगातार दो बार उन्होंने 12 सालो तक इस पद पर रहते हुए सेवा की। संसद के सदस्य के रूप में उन्होंने समाज कल्याण, गृह मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकुतिक गैस, सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण, न्याय और कानून इत्यादि संसदिय समिति में रहते हुए, उन्होंने सेवा की है।
उन्होंने राज्य सभा की हाउस कमिटी का चेयरमैन रहते हुए भी कई सालो तक काम किया है। अपने संसदीय काल में एम.पी. रहते हुए उन्होंने ग्रामीण भागो की शिक्षा व्यवस्था और उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में स्कूलो के निर्माण पर ज्यादा ध्यान दिया। संसद का सदस्य रहते हुए, उन्होंने नेपाल, थाईलैंड, सिंगापूर, पाकिस्तान, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी, यूनाइटेड स्टेट, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस की यात्रा भी की है।
रामनाथ कोविंद बिहार के गवर्नर (Ram Nath Kovind Governor of Bihar)
8 अगस्त, 2015 को भारत के प्रधानमंत्री ने उन्हें बिहार के गवर्नर के रूप में नियुक्त किया था। 16 अगस्त, 2015 को उन्हें पटना हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस घोषित किया गया था। शपथ लेने के साथ ही, कोविंद बिहार के 36 वे गवर्नर बन चुके थे। शपथ विधि का आयोजन पटना के राज भवन में रखा गया था। गवर्नर के रूप में उन्होंने कई सराहनीय और प्रभावशाली बदलाव किए।
सबसे पहले उन्होंने राज्य की शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए उसमे कई सुधर किये, और यूनिवर्सिटी, स्कूलो में नए शिक्षको की भर्तियाँ करवाई। साथ ही सरकार द्वारा शिक्षा के लिए भेजे जा रहे। फण्ड का दुरूपयोग ना हो इसकी भी उन्होंने छानबीन की। इसके बाद भारत के राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी पेश करने के बाद उन्होंने बिहार के गवर्नर के पद से इस्तीफा दे दिया। और 20 जून, 2017 को भारत के वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनके इस्तीफे को मंजूरी दे दी।
रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति (Ram Nath Kovind President of India)
भारत के तत्कालिक राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई, 2017 को ख़त्म होने जा रहा है। उसके अगले दिन 25 जुलाई, 2017 को रामनाथ कोविंद भारत के 14 वें राष्ट्रपति के पद के लिए शपथ ग्रहण की 20 जुलाई, 2017 को वोटों की आखिरी गिनती के बाद 10,09,358 के कुल वोटों में से रामनाथ कोविंद को 7,02,044 वोटों से जीत हासिल हुई।
जबकि इनकी प्रतिद्वंदी और लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीना कुमार को सिर्फ 3,67,314 वोट मिले। इस तरह श्री रामनाथ कोविंद ने अपने तमाम पदों पर काम करते हुए, देश के उन तबकों को नहीं भुला, जो अभी तक सही तौर पर विकास मार्ग पर नहीं आ पाए हैं। अब 25 जुलाई,2017 से इनका राष्ट्रपति का कार्यकाल शुरू होगा।
पुरस्कार और सम्मान (Ram Nath Kovind The Honors)
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को गिनी की सरकार ने अपने देश के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया। पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी ने राष्ट्रपति कोविंद को 'नैशनल ऑर्डर ऑफ मेरिट' पुरस्कार से नवाजा गया उन्हें ये सम्मान भारत-गिनी के समग्र संबंधों की प्रगति तथा दोनों देशों में मित्रता को बढ़ावा देने में योगदान के लिए दिया गया है।
उन्हे क्रोशिया का ग्रैंड ऑर्डर ऑफ किंग तोमिस्लाव विद सैश एंड ग्रैंड स्टार पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कोविंद को यह सम्मान भारत और क्रोशिया के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने में अहम योगदान के लिए दिया गया।