Sachin Tendulkar Biography in Hindi | सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय

Sachin Tendulkar Biography in Hindi | सचिन रमेश तेंदुलकर जो की भारतीय क्रिकेटर हैं जिनके नाम इतने रेकॉर्ड्स हैं की किसी क्रिकेटर्स को उनकी बराबरी करना मुस्किल हैं। जिस कारण वह गॉड ऑफ क्रिकेट के नाम से जाने जाते हैं।

Update: 2020-11-26 17:01 GMT

Sachin Tendulkar Biography in Hindi | सचिन तेंदुलकर का जीवन परिचय

  • पूरा नाम सचिन रमेश तेंदुलकर
  • जन्म 24 एप्रिल, 1973
  • जन्मस्थान मुंबई
  • पिता रमेश तेंदुलकर
  • माता रजनी तेंदुलकर
  • पत्नी अंजली
  • पुत्र अर्जुन तेंदुलकर
  • पुत्री सारा तेंदुलकर
  • व्यवसाय भारतीय क्रिकेटर
  • पुरस्कार भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म श्री
  • नागरिकता भारतीय

भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar Biography in Hindi)

Sachin Tendulkar Biography in Hindi | सचिन रमेश तेंदुलकर जो की भारतीय क्रिकेटर हैं जिनके नाम इतने रेकॉर्ड्स हैं की किसी क्रिकेटर्स को उनकी बराबरी करना मुस्किल हैं। जिस कारण वह गॉड ऑफ क्रिकेट के नाम से जाने जाते हैं। वे क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ौं में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित होने वाले वह पहले खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी हैं। उन्होने क्रिकेट मे एक अलग और अमिट छाप छोड़ी हैं जो की प्रेरणा स्रोत हैं।

प्रारंभिक जीवन (Sachin Tendulkar Early Life)

सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रेल, 1973 को राजापुर के एक मराठी ब्राह्मण परिवार हुआ। उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। इनकी माँ एक इन्शुरेंस कंपनी में कार्य करती थी सचिन के अंदर बचपन से ही क्रिकेटर का गुण था।

जिसे इनके भाईं अजित तेंदुलकर भली-भाँति समझ गये, और उन्होने सही से मार्गदर्शन किया। सचिन को क्रिकेट की शुरुआती ज्ञान भी क्रिकेट के द्रोणाचार्य रमाकांत आचरेकर ने दी। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक बहन सविताई तेंदुलकर भी हैं।

शिक्षा (Sachin Tendulkar Education)

सचिन की आरंभिक शिक्षा बांद्रा की इन्डियन एजुकेशन सोसाइटी की न्यू इंग्लिश स्कूल में हुई। फिर क्रिकेट के प्रति इनकी रूचि देख कर इनके क्रिकेट के प्रशिक्षक रमाकांत आचरेकर के कहने पर इन्हें मुंबई के दादर की शारदाश्रम विद्या मंदिर में दाखिला दिलवाया गया। उच्च शिक्षा के लिए ये मुंबई के खालसा कॉलेज गए फिर इन्होने अपनी पढाई को बीच में ही विराम दिया और क्रिकेट को ही अपना मुकाम बनाया।

शादी (Sachin Tendulkar Marriage)

1995 में सचिन तेंदुलकर ने प्रसिद्ध उद्योगपति अशोक मेहता की बेटी अंजलि तेंदुलकर से शादी की, वो पेशे से डॉक्टर हैं। सचिन की दो संतान हैं, पुत्री सारा तेंदुलकर और पुत्र अर्जुन तेंदुलकर। Sachin Tendulkar Biography in Hindi

शुरुआती करियर (Sachin Tendulkar Starting Career)

सचिन शुरुआत मे तेज गेंदबाज बनने के लिये MRF पेस फाउण्डेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा। जिसके बाद उन्होने बल्लेबाजी मे ध्यान देने लगे।

इसके बाद 15 साल की उम्र में सचिन ने विनोद काम्बली के साथ मिलकर हारेस शील्ड मुकाबले में 664 रन की पार्टनरशिप की जिसमे सचिन ने अपनी अदभुत प्रतिभा के दम पर 320 रनों की पारी खेली। इस प्रदर्शन से सचिन बहुत प्रसिद्ध हो चुके थे जिस कारण 16 वर्ष की छोटी उम्र में ही उनको टीम इंडिया में जगह मिल गयी।

अंतरराष्ट्रीय करियर (Sachin Tendulkar International Career)

1989 में पाकिस्तान के खिलाफ अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत कर की। सचिन ने अपने लाजवाब क्रिकेट से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया था। 1990 में इंग्लैंड दौरे में अपने टेस्ट क्रिकेट का पहला शतक लगाया जिसमे उन्होंने नाबाद 119 रन बनाये इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट मुकाबलों में भी सचिन का प्रदर्शन यही रहा और उन्होंने कई टेस्ट शतक लगाया।

1992-93 में अपना पहला घरेलु टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ भारत में खेला जो उनका टेस्ट करियर का 22वा टेस्ट मैच था। सचिन की प्रतिभा और क्रिकेट तकनीक को देखते हुए क्रिकेट इंटरनॅशनल पत्रिका ने उन्हें डॉन ब्रेडमैन की उपाधि दी जिसे बाद में डॉन ब्रेडमैन ने भी खुद इस बात को स्वीकारा।

पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने तेंदुलकर को सलामी बल्लेबाज के तौर पर भेजने की शुरुआत की थी। ओपनर के तौर पर उन्होंने 12891 रन बनाए हैं। उन्होंने अजहर के कप्तान रहते हुए 160 मैच में 6270 रन बनाये जबकि सौरव गांगुली की कप्तानी में 101 मैच में 4490 रन बनाये। हालांकि स्वयं की कप्तानी में वह अधिक सफल नहीं रहे और 73 मैच में केवल 2454 रन ही बना पाये।

2001 में सचिन तेंदुलकर अपनी 259 पारी में 10,000 ODI रन पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज बने। 24 फ़रवरी 2010 में सचिन तेंदुलकर ने अपने एक दिवसीय क्रिकेट के 442 वें मैच में 200 रन बनाकर ऐतिहासिक पारी खेली। एक दिवसीय क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने। जब एम एस धोनी के कप्तानी में भारत ने 2011 के क्रिकेट विश्व कप जीता, तब तेंदुलकर भारतीय दल का हिस्सा थे।

तेंदुलकर ने अपने एक दिवसीय करियर में सर्वाधिक रन आस्ट्रेलिया के खिलाफ 60 मैच में 3000 से ज्यादा रन ठोंके जिसमें 9 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। श्रीलंका के खिलाफ भी उन्होंने 7 शतक और 14 अर्धशतक की मदद से 2471 रन बनाये।

तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 2381 रन, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1655, वेस्टइंडीज के खिलाफ 1571, न्यूजीलैंड के खिलाफ 1460, जिम्बाब्वे के खिलाफ 1377 और इंग्लैंड के खिलाफ भी 1274 रन बनाये हैं।

23 दिसम्बर 2012 को सचिन ने वन-डे क्रिकेट से संन्यास लिया और वहीँ 16 नवम्बर 2013 को मुम्बई के अपने अन्तिम टेस्ट मैच में उन्होंने 74 रनों की पारी खेलकर टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लिया। तत्काल में वह राज्य सभा के सदस्य हैं, 2012 में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।

कप्तान के रूप में (Sachin Tendulkar As Captain)

सचिन के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हे टीम इंडिया की कप्तानी भी दी गई लेकिन वे एक कप्तान के रूप मे सफल नहीं हो सके और जिस कारण उन्होंने खुद ही कप्तानी का पद छोड़ दिया। इसके बाद इन्होने अपना पूरा ध्यान खेल पर लगाया।

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास (Sachin Retire from Test Cricket)

2012 को सचिन ने वन-डे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कि। उनका अन्तिम और 200वा टेस्ट मैच वेस्टइण्डीज़ के खिलाफ मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में ही खेला गया। अपने अन्तिम टेस्ट मैच में उन्होंने 74 रनों की पारी खेली।

टेस्ट करियर में रिकार्ड्स (Sachin Records in Test Career)

तेंदुलकर ने अपने करियर में 200 टेस्ट मैचों में 53.79 के बल्लेबाजी औसत के साथ 15921 रन बनाये जिसमे उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 246* रन था और वही उनके नाम 51 शतक और 68 अर्धशतक दर्ज है। 

वन डे करियर में रिकार्ड्स (Sachin Records in ODI Career)

तेंदुलकर ने अपने करियर में 463 वन डे मैचों में 44.83 के औसत के साथ 18426 रन बनाये जिसमे उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 200* रन था और वही उनके नाम 49 शतक और 96 अर्धशतक दर्ज है। सचिन ने T20I में सिर्फ एक ही मैच खेली है जिसमे उन्हीने 10 रन बनाये थे।

इंडियन प्रीमियर लीग (Sachin IPL Career)

2008 में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत में तेंदुलकर को मुंबई इंडियंस के लिए आइकन खिलाड़ी और कप्तान बनाया गया था। 2011 आईपीएल में कोच्चि के खिलाफ तेंदुलकर ने अपना पहला T-20 शतक बनाया। उन्होंने 66 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाए। 2013 में, सचिन ने इंडियन प्रीमियर लीग से संन्यास ले लिया और 2014 में उन्हें मुंबई इंडियंस टीम के 'आइकन' के रूप में नियुक्त किया गया है। सचिन ने इंडियन प्रीमियर लीग में 78 मैच खेलते हुए 34.83 की औसत से 2334 रन बनाये।

तेंदुलकर पर बायोपिक फिल्म (Movie on Sachin Tendulkar Life)

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर एक बायोपिक फिल्म 'सचिन : ए बिलियन ड्रीम्स' बनाई जा चुकी है। टीजर में सचिन को उन्हीं की कहानी सुनाते हुए देखेंगे जो एक शरारती बच्चे से एक हीरो बनकर उभरता है। सचिन : 'ए बिलियन ड्रीम्स' का निर्माण श्रीकांत भासी और रवि भगचंदका ने किया है और इसका निर्देशन जेम्स अर्सकिन ने।

विवाद (Sachin Tendulkar Controversy)

2002 में 29 टेस्ट सेंचुरी पूर्ण करने की खुशी में सर डॉन ब्रेडमेन ने सचिन को फरारी 360 स्पोर्ट्स कार गिफ्ट की थी। इनपर आरोप था की इन्होने 1 करोड़ से ज्यादा की इम्पोर्ट ड्यूटी को रिश्वत दे कर माफ़ कराया। इसके लिए कोर्ट में केस भी चला और बाद में ये राशी इन्हें चुकानी पढ़ी।

इनकें बर्थडे पर उनके खास दोस्तों और रिश्तेदारों ने एक पार्टी प्लान की इस बर्थडे पार्टी में केक पर तिरंगे का डिजाईन था। 2010 में जब इन्होंने केक काटा तो उन पर भारतीय राष्ट्रीय धव्ज का अपमान करने का आरोप लगा।

सचिन को अपने घर में जाने का परमिट नहीं था और ना ही अधिभोग प्रमाण पत्र था, इसके लिए बी एम सी ने उन पर जुर्माना लगाया सचिन को यह जुर्माना चुकाना पढ़ा और मामला ख़त्म हुआ।

पुरस्कार और सम्मान (Sachin Tendulkar Awards)

  • 1994 में खेल में उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा 'अर्जुन पुरस्कार' दिया गया
  • 1997 में खेल में उपलब्धि के लिए दिए गए भारत के सर्वोच्च सम्मान 'राजीव गांधी खेल रत्न' अवार्ड्स दिया गया
  • 1997 में विसडन क्रिकेटर ऑफ़ द इयर
  • 1999 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'पद्म श्री' से सम्मानित किया गया
  • 2001में महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'महाराष्ट्र भूषण' दिया गया
  • 2008 में भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'पद्म विभूषण' दिया गया
  • 2010 में पीपल्स च्वाइस अवार्ड
  • 2011 में बीसीसीआई द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर
  • 2013 में भारतीय पोस्टल सर्विस ने तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया और वह मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिये ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवनकाल में जारी किया गया।
  • 2014 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'भारत रत्न' से सन्मानित किया गया
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