नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद से राहुल गांधी अटैकिंग मोड में नजर आ रहे हैं। वह हर मुमिकन मुद्दे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल कर रहे हैं। इसके साथ ही मौजूदा सरकार की निष्ठा पर सवाल उठा रहे हैं। अभी तक राहुल गांधी ने दलितों के मुद्दे पर मोदी सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं। अब इसी कड़ी में आगामी 23 अप्रैल से पूरे देश में 'संविधान बचाओ' अभियान चलाएगें ।
23 अप्रैल से पूरे देश में 'संविधान बचाओ' अभियान चलेगा
अब इसके बाद राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने का फैसला किया है। जिसके तहत कांग्रेस पार्टी आगामी 23 अप्रैल से पूरे देश में 'संविधान बचाओ' अभियान चलाएगी। इस अभियान के जरिए राहुल गांधी के नेतृत्व पार्टी दलित, आदिवासी और पिछड़ों पर हुए हमलों के खिलाफ आवाज उठाएगी। इसके साथ ही अलग-अलग मौकों के बहाने संविधान को आघात पहुंचाने वाली घटनाओं को जनता के सामने मोदी सरकार की पोल खोलेगी।
दलित विरोधी मुद्दे को भुनाने की कोशिशों में जुटी कांग्रेस
बतातें चलें कि एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से पूरे देश में दलितों को गुस्सा फूट रहा है। तमाम दलित संगठन सीधे तौर पर मोदी सरकार को घेर कर रहे हैं। साथ ही मौजूदा सरकार पर दलित विरोधी होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में लगातार चुनावी राजनीति से बेदखल हो रही कांग्रेस अब राहुल गांधी के नेतृत्व में इस मुद्दे को भुनाने की कोशिशों में जुटी है।
कठुआ रेप की घटनाओं के विरोध में इंडिया गेट पर किया था कैंडल मार्च
हाल ही में राहुल गांधी ने देश में पनप रहे सांप्रदायिक द्वेष के खिलाफ सांकेतिक उपवास रखा था। जिसके बाद उन्होंने यूपी के उन्नाव और जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए रेप की घटनाओं के विरोध में इंडिया गेट पर कैंडल मार्च भी किया था। ऐसे में एक बार फिर राहुल गांधी ने दलित-आदिवासी और पिछड़ों के मुद्दे पर जनता के बीच निकलकर मोदी सरकार को घेरने की योजना बनाई है।