EXCLUSIVE: पेड़ से उतरने के लिए चाची से टॉफी मांगने वाला सैफई का टीपू, कैसे बना भारत के सबसे बड़े राज्य का CM अखिलेश
अखिलेश यादव उर्फ टीपू का जन्म 1 जुलाई, 1973 को यूपी के इटावा जिले में एक छोटे से गांव सैफई में हुआ. यह वही सैफई है जहां हर साल एक रंगारंग कार्यक्रम होता था और फिल्मी जगत की मशहूर हस्तियां अपनी कलाकारी का हुनर दिखाकर लाखों रुपए कमाकर ले जाती थीं. सैफई महोत्सव में बड़े-बड़े नेताओं और बिजनेसमैनों का जमावड़ा लगता था.
चाचा शिवपाल के साथ साइकिल पर बैठकर स्कूल जाते थे अखिलेश
टीपू जब छोटे थे तभी उनकी मां का देहान्त हो गया था, बचपन में ही मां का साया सर से उठ जाने की वजह से चाचा शिवपाल सिंह यादव और उनके परिवार ने ही टीपू का खयाल रखा. इटावा के सेंट मैरी स्कूल में कई बार चाचा की साइकिल पर बैठकर टीपू स्कूल जाया करते थे. स्कूल में भी अखिलेश के गार्जियन उनके चाचा शिवपाल और चाची सरला ही थीं.
राजनीति में एक दौर ऐसा आया जब मुलायम सिंह की जान को खतरा था, उस वक्त मुलायम ने अखिलेश को स्कूल जाने से मना कर दिया था और वह घर पर ही पढ़ाई करने लगे. 1980 से 1982 के बीच चाची सरला ही उन्हें पढ़ाती थीं क्योंकि टीपू की मां बीमार रहती थीं.
टीपू बचपन में काफी शर्मीले थे लेकिन दिमागी रूप से वह काफी तेज थे. एक बार स्कूल में सांप होने की वजह से सभी बच्चे डर गए लेकिन टीपू ने पूरी हिम्मत के साथ उस सांप का सामना किया और डंडे से उसे मार दिया, इस घटना के बाद टीपू स्कूल में बच्चों के लिए हीरो बन गए थे.