लखनऊ: जबसे बीजेपी गोरखपुर और फूलपुर कैराना हारी है तब से वह गोदी मीडिया के बल पर अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए नीच हरकतों पर उतर आई है बीजेपी जिस तरह बंगले पर विवाद का सहारा ले रही है वो अत्यंत शर्मनाक है । कुछ मीडिया वालों ने कहा कि अखिलेश यादव बंगले में बने हुए स्विमिंग पूल में मिट्टी डाल के चले गए जबकि हकीकत ये है कि बंगले में स्विमिंग पूल ही नही था। जबकि द डेली ग्राफ न्यूज ने पहले ही खुलासा कर बता दिया कि किस तरह रात मे योगी ने अधिकारियों को भेजकर घर मे तोङ फोङ कराई थी।
अब उन सभी मीडिया वालों को माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने ये झूठा आरोप लगाया था। अखिलेश यादव ने प्रेस कॉंफ्रेंस में अपने ऊपर लगे हुए सारे आरोपो का खंडन किया है। अखिलेश यही नही रुके उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में 50 शिशुओं की मौत पर जो राज्यपाल चुप्पी बांधे थे, उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव पर रिश्वत के आरोपों में जो राज्यपाल नींद में थे, प्रदेश में हो रही गुंडागर्दी, बलात्कार, हत्या ,अपहरण और लूट की घटनाओं पर जो गहरी नींद में सोने चले गए थे उनकी अंतरात्मा मात्र बंगले में कुछ मामूली तोड़फोड़ से आहत हो गयी ।
बंगले की मामूली तोड़ फोड़ ने उन्हें नींद से जगाया लेकिन अफसोस वे फिर सो गए। जो आईएएस अधिकारी अपने पद की गरिमा भूलकर तोड़ फोड़ करवाने में मदद किये हैं याद रखिये आप जैसे लोगों ने ही इस पद की गरिमा को हटाया है । बस किसी अच्छी पोस्टिंग के लालच में आकाओं को खुश कर रहे हैं । कुल मिलाकर अखिलेश यादव ने धुंआ भर दिया है प्रेस कॉन्फ्रेंस में । जो लोग तमाम तरीके से अभद्र भाषाओं का प्रयोग कर रहे थे अखिलेश यादव के लिए वो एक बार प्रेस कॉन्फ्रेंस जरूर देखें शायद उन्हें अपने संस्कारो पर शर्म आ जाये ।