उत्तर प्रदेश में गुंडा-राज: योगी से मिले रेप के आरोपी MLA, पीड़ित परिवार को बताया 'निम्न स्तर के लोग'

Update: 2018-04-10 04:22 GMT

रेप के आरोपों का सामना कर रहे उत्तर प्रदेश के उन्नाव से BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. योगी से मिलने से पहले कुलदीप सिंह सेंगर ने मीडिया से बात की. हालांकि इस दौरान वह पीड़ित परिवार को 'निम्न स्तर के लोग' कह गए. कुलदीप सिंह सेंगर ने कहा कि उन पर कोई आरोप नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जो भी आरोप हैं, उनकी कड़ी से कड़ी जांच होनी चाहिए. इस बीच लेकिन बीजेपी विधायक जैसे मर्यादा लांघ गए और उन्होंने पीड़ित परिवार के संदर्भ में कहा 'वो निम्न स्तर के लोग हैं. अपराधियों की साजिश है.' विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और मामले में अपनी सफाई पेश की. सूत्रों के मुताबिक, योगी ने उन्हें फटकार लगाई है और मामले में चुप रहने के लिए कहा है.



इसका असर भी देखने को मिला. कुलदीप सिंह सेंगर जब मुख्यमंत्री से मिलकर बाहर आए तो मीडिया ने उनसे दोबारा बात करने की कोशिश की, लेकिन इस बार वह मीडिया से बिना बात किए निकल गए. इस बीच मामले के तूल पकड़ता देख मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं. योगी ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि सरकार और कानून इस घटना के दोषियों के साथ कोई रियायत नहीं करेगा. इस मामले में चार नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, लापरवाही बरतने के आरोप में संबंधित थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है. निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराने के लिये तफ्तीश को लखनऊ स्थानान्तरित कर दिया गया है.



बता दें कि उन्नाव की रहने वाली एक युवती ने कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप और अपने पिता को मरवाने का आरोप लगाया है. विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए रविवार को पीड़िता का पूरा परिवार लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गया. इस दौरान पीड़िता ने आत्मदाह करने की कोशिश भी की. इस बीच पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पीड़िता के पिता की सोमवार को मौत हो गई. पीड़िता का आरोप है कि पिछले साल 4 जून को कुलदीप सिंह सेंगर और उसके कुछ गुर्गों ने उसके साथ गैंगरेप किया. पीड़िता का यह भी आरोप है कि उसने पुलिस से इसका शिकायत की लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. यहां तक कि दर्ज कराई गई प्राथमिकी में से विधायक कुलदीप सिंह का नाम तक हटा दिया गया.

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