गोरखपुर हादसे से 30 बच्चों की मौत पर समाजवादी पार्टी के नेताओ ने अलग तरह विरोध प्रदर्शन किया। लखनऊ की सड़को पर उतरकर पंडित प्रदीप शर्मा ने भिक्षा मांगकर इन पैसों से बकाया चुकाने की सरकार की मदद करने की अनोखी पेशकश की। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में हुए हादसे से समाजवादी पार्टी के नेता प्रदीप शर्मा का कहना था कि उत्तरप्रदेश सरकार की अपंग कार्य प्रणाली के चलते ऑक्सीजन कंपनी के बकाये को चुकाने के लिए वो भिक्षा मांगकर इन पैसों से बकाया चुकाने की सरकार की मदद करने का काम करेंगे। दरअसल 69 लाख रुपये का भुगतान न होने की वजह से फर्म ने ऑक्सीजन की सप्लाई ठप कर दी थी। लिक्विड ऑक्सीजन तो गुरुवार से ही बंद थी और शुक्रवार को सारे सिलेंडर भी खत्म हो गए। शुरुआत में सरकार का कहना था कि मीडिया में चल रही ऑक्सीजन की कमी वाली ख़बरे झूठी हैं, और तो और उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा की मीडिया में चल रही मृतकों की संख्या भी भ्रामक हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही अस्पताल का दौरा करने की वजह से योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए सभी घेर रहे हैं। बता दे कि पिछले दो दिनों के अंदर 33 बच्चों की मौत हो गई है, और पिछले पांच दिनों में मौत का आंकड़ा 63 तक पहुँच गया है। जिसकी वजह से पूरे जिले में हाहाकार मचा हुआ है। उससे पहले भी तीन दिन के अंदर ही 28 बच्चों ने दम तोड़ दिया था। अपनी सियासी ज़मीन तलाश कर रही समाजवादी पार्टी के नेता का ये अनोखा विरोध प्रदर्शन कितना काम आता है पता नहीं, मगर फिलहाल ये योगी सरकार की एक बहुत बड़ी शर्म की बात ज़रूर होगी। क्योकिं लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन ऐसे ही होते आये।इससे पहले भी साल 1973 में पेट्रोल और मिट्ठी के तेल बढ़ते दामों पर अपना विरोध दर्ज कराने भाजापा के वरिष्ठ नेता अटल विहारी वाजपयी भी सांसद बैलगाड़ी से पहुचें थे।