लखनऊ : उत्तर प्रदेश में एक नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह (सेंगर) के भाई अतुल सेंगर की गिरफ्तारी के बाद मामले में एक और खुलासा हुआ है। मेडिकल रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है कि पीड़िता के पिता की बुरी तरह पिटाई हुई थी, जिनकी सोमवार को पुलिस हिरासत में हो गई थी। मेडिकल रिपोर्ट से उनके शरीर पर 19 जगह जख्मों के निशान मिलने का खुलासा हुआ है। उनके शव का सोमवार को पोस्टमार्टम हुआ, जिसके बाद यह मेडिकल रिपोर्ट सामने आई है। उनके शरीर पर मिले जख्मों के निशान से साफ है कि उन्हें पुलिस के हवाले किए जाने से पहले बुरी तरह यातना दी गई।एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि मामले की जांच विशेष जांच टीम (SIT) से कराई जाएगी। इसके लिए SIT का गठन कर लिया गया है, जो सभी तरह के आरोपों की जांच करेगी। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और मामले में निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मौत की वजह 'सेप्टिसीमिया' बताया, जो घातक रक्त संक्रमण की स्थिति में होता है। पुलिस अधिकारी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट से जुड़े सवालों के जवाब में कहा कि ऐसा लगता है, पीड़ित को 'इंटरनल ब्लीडिंग' हुई थी।पुलिस ने इससे पहले इस मामले में बीजेपी विधायक के भाई अतुल सेंगर को गिरफ्तार किया। इस सिलसिले में तीन अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हुई है। अतुल सेंगर पर पीड़िता के पिता की पिटाई करने का आरोप है। पीड़िता के पिता ने मौत से पहले कहा था कि विधायक और उनके करीबियों द्वारा उन पर रेप का मुकदमा वापस लेने के लिए दबाब बनाया जा रहा है और मारपीट भी की जा रही है।
उन्होंने कहा था कि विधायक ने सत्ता का दुरुपयोग कर उन्हें जेल भिजवा दिया।इस बीच, पीड़िता ने मामले में कुलदीप सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि उन्हें फांसी पर लटाकाया जाना चाहिए। उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता और उसके परिवार ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की थी। पीड़िता का आरोप है कि न्याय की मांग को लेकर वह जगह-जगह गई, लेकिन कहीं भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। उसने उन्नाव पुलिस पर विधायक के दबाव में काम करने का आरोप लगाया।