यूपी की राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाली रेप पीड़िता के पिता की मौत हो गई है. पीड़िता ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप के बाद अपने पिता मारपीट का आरोप लगाया है, जिसके बाद उनकी मौत हो गई. आजतक को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पीड़िता ने बीजेपी विधायक पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. पीड़िता ने आजतक को बताया, 'ये घटना 4 जून 2017 की है. यह रात 8 बजे की घटना है. एक महिला हमें विधायक कुलदीप सेंगर के पास ले गई थी. जो बीजेपी के नेता हैं. जहां उन्होंने मेरे साथ रेप किया.' पीड़िता ने बताया कि जब उन्होंने बीजेपी विधायक से रेप का विरोध किया तो उसने परिवार वालों को मारने की धमकी दी.' उन्होंने बताया कि जब वो थाने में गई तो एफआईआर नहीं लिखी गई. इसके बाद तहरीर बदल दी गई. पीड़िता ने बताया, 'मैं जून 2017 में योगी जी से मिली थी. उन्होंने कहा था कि बेटा इंसाफ मिलेगा. लेकिन एक साल हो चला है और अब तक कुछ नहीं हुआ. मैंने हर जगह तहरीर भेजी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. पूरा प्रशासन उसी (बीजेपी विधायक) के हाथ में है.' पीड़िता ने बताया कि उनके पापा छोटे बच्चे को देखने के लिए घर आए थे.
जिसके बाद विधायक के लोगों ने मेरे पिता को बहुत मारा. पीड़िता ने बताया, 'पुलिस पहुंच गई तब भी उन्होंने मेरे पापा को मारा. हमारा दरवाजा खोलकर पापा को घसीटकर ले गए और खूब पिटाई की. पीटने के बाद उन्हें अपने घर के बाहर फेंक दिया.' इसके आगे उन्होंने बताया, 'मैं अपने पापा को जिंदा देखने के लिए उन्नाव लेकर चली आई लेकिन मैं अपने पिता को जिंदा नहीं देख सकी. मैं कल योगी जी के आवास पर लखनऊ गई. अगर कल आग लगा लेती तो आज ये दुख न देखती.' पीड़िता ने बताया कि वह चार बहन हैं और ऐसे में कहां जाएंगी. रोते हुए उसने बताया, 'उन्हें (विधायक और उसके समर्थकों को) बुला लो हमें भी गोली मार दे. उसने पूरा थाना खरीद रखा है. थाने वाले अतुल-कुलदीप का नाम निकाल देते हैं.
हमारे चाचा कोई अपराध नहीं करते, वे तो दिल्ली में रहते हैं, उनपर आरोप लगाते हैं. पुलिस से अरेस्ट करवाते हैं.' पीड़िता ने बताया, 'हम योगी आदित्यनाथ से मिले. जो-जो हुआ वह बताया. उन्होंने कहा जाओ बेटा जांच होगी पूरी. जांच नहीं हुई. हमारे साथ कैसे कैसे रेप हुआ, कहां रखा, हम सब बताते. उन्नाव में अपने घर में रखा, कानपुर में घर में रखा. सारे आदमियों से रेप कराते रहे.' डीआईजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि पप्पू उर्फ सुरेंद्र की न्यायिक हिरासत में मौत हुई है. इसके न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं. यदि इस मामले में पुलिस की कोई भी लापरवाही सामने आई, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.